Weather Update In Gumla Jharkhand गुमला : चक्रवाती तूफान यास का असर गुमला जिला में भी दिखेगा. यास को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं. सभी अंचल के सीओ व थाना के थानेदारों को जिम्मेवारी दी गयी है. साथ ही लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के लिए कहा गया है. वहीं कृषि विज्ञान केंद्र गुमला ने 26 मई को हल्की बारिश और 27 व 28 मई को तेज बारिश के साथ वज्रपात होने की संभावना जतायी है. इसके अलावा 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी. इसके लिए लोगों से भी खुद की जान-माल की सुरक्षा की अपील की गयी है. किसानों को खेत में नहीं जाने व बड़े पेड़ों से दूर रहने के लिए कहा गया है. हालांकि, यास को लेकर मंगलवार से ही गुमला जिले का मौसम बदल गया है. दोपहर के बाद आसमान में बादल छा गये है. हवा भी चल रही है.
कृषि विज्ञान केंद्र गुमला के वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर संजय पांडे ने कहा कि यास तूफान का असर गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में दिखेगा. 26 मई को करीब सभी प्रखंडों में हल्के मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. 27 व 28 मई को सभी प्रखंडों में वज्रपात के साथ भारी बारिश होगी. हवा की गति 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. डॉ पांडे ने कहा कि साइक्लोन यास का असर दिखने लगा है. मंगलवार को आकाश में बादल आ गया है और हल्की हवा चली है. गुमला जिले में 27 मई को इसके ज्यादा असर का अनुमान है. जिले के सभी प्रखंडों में बारिश हो सकती है.
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सब्जी की फसलों वाले खेतों में नालियों का निर्माण कर दें. जिससे सब्जी लगी खेत में जलजमाव न हो और सब्जी सुरक्षित रहे.
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पशुओं के लिए चारा सुरक्षित स्थानों पर ढक कर रखें. ताकि तेज बारिश होने के बाद चारा को बचाया जा सके.
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बारिश व हवा चलते समय खेतों में काम न करें. बड़े पेड़ों से दूरी बनाकर रहे. ताकि वज्रपात व तेज हवाओं से आप सुरक्षित रहे.
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संभावित तूफान के बाद ही फसलों व सब्जियों पर किसी कीटनाशक दवा का छिड़काव करें. बिचड़ा को प्लास्टिक से ढक दें.
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26 मई 2021 को गुमला जिले के सभी प्रखंडों में हल्के मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है.
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27 व 28 मई को गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में भारी बारिश होने की संभावना है.
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27 व 28 मई को जिले के सभी 12 प्रखंडों में वज्रपात होने की संभावना है. सुरक्षा पर ध्यान दें.
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गुमला जिले में हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.
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बॉक्साइड माइंस इलाकों को बंद करते हुए मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर रखने का निर्देश कंपनी को दिया गया है.
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ढलान क्षेत्र व नदी नाले के किनारे रहने वाले लोगों को पक्के घर में आश्रय देने का निर्देश सीओ व थानेदार को दिया गया.
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मुख्य सड़क व शहरों में पेड़ों के गिरने के कारण आवागमन बाधित होता है, ऐसे पेड़ों को हटाने के लिए कहा गया है.
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तूफान के दौरान विद्युत कार्यपालक अभियंता को आवश्यकतानुसार इसका आकलन कर विद्युत आपूर्ति करेंगे.
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तूफान के बाद क्षतिग्रस्त विद्युत आपूर्ति को शीघ्र दुरूस्त करने के लिए बिजली विभाग को कहा गया है.
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मंडल कारा के कैदियों व बाल सुधार गृह में रहने वाले बाल बंदियों को प्राकृतिक आपदा से बचाना है.
Posted By : Sameer Oraon