बिजली का खंभा गिरा, 24 घंटे से बड़कागांव प्रखंड के 83 गांव अंधेरे में

बड़कागांव: बड़कागांव प्रखंड में 24 घंटे से बिजली नहीं है. इस कारण पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त है. बिजली नहीं रहने के कारण लघु एवं कुटीर उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक दुकान, आरा मशीन, धान व गेहूं, कुटाई मशीन एवं विद्यार्थियों का पठन-पाठन ठप है. बिजली नहीं रहने से व्यवसाय जगत में लाखों रुपये का नुकसान हो गया. इधर बिजली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2017 12:36 PM

बड़कागांव: बड़कागांव प्रखंड में 24 घंटे से बिजली नहीं है. इस कारण पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त है. बिजली नहीं रहने के कारण लघु एवं कुटीर उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक दुकान, आरा मशीन, धान व गेहूं, कुटाई मशीन एवं विद्यार्थियों का पठन-पाठन ठप है. बिजली नहीं रहने से व्यवसाय जगत में लाखों रुपये का नुकसान हो गया.

इधर बिजली विभाग के इंजीनियर संजय कुमार मेहता ने बताया कि दो जुलाई को भारी बारिश होने के कारण झरीवा नदी में जल स्तर बढ़ जाने के कारण आसपास क्षेत्र भी प्रभावित हो गया. जिसमें 33000 वोल्ट का खंभा गिर गया. जिस कारण खतरे से बचने के लिए बिजली काट दी गयी है, जब तक बिजली के खंभे मजबूती तरीके से खड़े नहीं किये जायेंगे, तब तक बिजली बहाल करना नामुमकिन है.

83 गांव अंधेरे में- बड़कागांव प्रखंड में दो एवं तीन जुलाई से बिजली नहीं रहने के कारण प्रखंड के 83 गांव अंधेरे में है. प्रखंड के बड़कागांव मध्य, पश्चिमी बड़कागांव, पूर्वी, बरवाडीह, कांड़तरी, जुगरा, चेपा, बादाम, हरली, विश्रामपुर, नयाटांड, केरीगढ़ा, तलसवार समेत 83 गांव अंधेरे में है. टेलीकॉम इंटरनेट फेल-बिजली नहीं रहने के कारण बड़कागांव प्रखंड के

अधिकांश टेलीफोन एवं मोबाइल, इंटरनेट फेल रहा.

अधिकांश लोगों का मोबाइल बंद रहा. जिस कारण लोगों को जनसंपर्क एवं सूचना लेने-देने में परेशानी हुई. ग्रामीणों ने विभाग से जर्जर बिजली के तार एवं खंभे को मरम्मत कर ठीक करने की मांग की है. बिजली बहाल करने की मांग की है.

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