शाखा प्रबंधक और क्लर्क पर जालसाजी का मामला

हजारीबाग : बीओआइ के डिस्ट्रिक्ट बोर्ड शाखा प्रबंधक और एक क्लर्क पर धोखाधड़ी का मामला ग्राहक मो साबिर ने दर्ज कराया है. इसमें शाखा प्रबंधक अतुल्य प्रताप सिंह व क्लर्क बिंदेश्वर प्रसाद को आरोपी बनाया गया है. प्राथमिकी के अनुसार गत 19 जून को मो साबिर ने अपनी कंपनी के आठ लाख रुपया आरटीजीएस फॉर्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2017 10:23 AM
हजारीबाग : बीओआइ के डिस्ट्रिक्ट बोर्ड शाखा प्रबंधक और एक क्लर्क पर धोखाधड़ी का मामला ग्राहक मो साबिर ने दर्ज कराया है. इसमें शाखा प्रबंधक अतुल्य प्रताप सिंह व क्लर्क बिंदेश्वर प्रसाद को आरोपी बनाया गया है.
प्राथमिकी के अनुसार गत 19 जून को मो साबिर ने अपनी कंपनी के आठ लाख रुपया आरटीजीएस फॉर्म भर कर काउंटर में जमा किया. तब क्लर्क ने ग्राहक से कहा गया कि अभी लिंक फेल है.
कुछ समय बाद आपके मोबाइल में आठ लाख रुपये का आरटीजीएस का मेसैज चला जायेगा. दूसरे दिन तक ग्राहक के मोबाइल पर कोई मेसैज नहीं आया, तो ग्राहक जानकारी लेने बैंक गया. ग्राहक ने बैंक क्लर्क से कहा कि आरटीजीएस फॉर्म को उसने जमा किया था, लेकिन अब तक कंपनी के अकांउटस में राशि नहीं आयी है. जांच करने पर पता चला कि राशि दूसरे के खाते में चला गया. ग्राहक ने जब शाखा प्रबंधक से रुपये उसके खाते में वापस कराये. इस पर कई दिनों तक बैंक मैनेजर टाल-मटोल करता रहा. तंग आकर ग्राहक ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. सदर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर जीतेंद्र सिंह ने कहा कि मामले कि जांच की जा रही है.

Next Article

Exit mobile version