बरसात में मंझगावां पंचायत के कई गांव बन जाते हैं टापू
गिद्धौर: बरसात में मंझगावां पंचायत के आधा दर्जन गांव टापू में तब्दील हो जाते हैं. इन गांवों की भौगोलिक स्थिति ही कुछ ऐसी है. गांव चारों तरफ से नदी नालों से घिरे हैं. उन पर कही पुल-पुलिया की व्यवस्था नहीं की गयी. नदी-नालों में अत्यधिक पानी हो जाने से आवागमन करने के लिए लोगों को […]
गिद्धौर: बरसात में मंझगावां पंचायत के आधा दर्जन गांव टापू में तब्दील हो जाते हैं. इन गांवों की भौगोलिक स्थिति ही कुछ ऐसी है. गांव चारों तरफ से नदी नालों से घिरे हैं. उन पर कही पुल-पुलिया की व्यवस्था नहीं की गयी. नदी-नालों में अत्यधिक पानी हो जाने से आवागमन करने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता हैं. कई दिनों तक लोगों को गांव से बाहर जाने में परेशानी होती है.
मरीजों को इलाज के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. ऐसी स्थिति तरी, घटेरी, कुबरी, सुरयाटांड आदि गांवों की हैं. इन गांवों की आबादी एक हजार से भी अधिक हैं. ग्रामीण कई बार घटेरी नदी पर पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं.
लेकिन आज तक पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ हैं. ग्रामीणों ने बताया कि कुबरी नाला पर एक पुलिया बनी थी. लेकिन बारिश में इसका संपर्क पथ बार-बार बह जाता है. बारिश कम होने पर ग्रामीण अपने स्तर पर इसकी मरम्मत कर इसे आवागमन के लायक बनाते हैं. ग्रामीणों ने सांसद, विधायक व जिले के उपायुक्त से घटेरी नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे है.