रोष: म्यांमार में नरसंहार व दुनिया में बेकसूरों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ निकला मौन जुलूस, म्यांमार में मानवता शर्मसार हुई

हजारीबाग: म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार व पूरी दुनिया में बेकसूरों पर हो रहे जुल्म के विरोध में सोमवार को हजारीबाग में मौन जुलूस निकाला गया. अंजुमन इसलामिया हजारीबाग के बैनर तले जामा मस्जिद से सुबह 10 बजे जुलूस निकल कर जिला स्कूल मैदान पहुंचा. जुलूस में शामिल लोग हाथों में तिरंगा झंडा व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 19, 2017 1:31 PM
हजारीबाग: म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार व पूरी दुनिया में बेकसूरों पर हो रहे जुल्म के विरोध में सोमवार को हजारीबाग में मौन जुलूस निकाला गया. अंजुमन इसलामिया हजारीबाग के बैनर तले जामा मस्जिद से सुबह 10 बजे जुलूस निकल कर जिला स्कूल मैदान पहुंचा. जुलूस में शामिल लोग हाथों में तिरंगा झंडा व स्लोगन लिखे तख्ती लिए थे.

इसमें म्यांमार में मानवता बचाओ, म्यांमार सेना व पुलिस निहत्थे व मजलूम पर गोली चला कर कत्लेआम करना बंद करें लिखा हुआ था. जुलूस में शामिल लोग काला बिल्ला लगा कर चल रहे थे. झंडा चौक पर सिख समाज के उपाध्यक्ष सरदार नरेंद्र सिंह नरोला, सचिव सरदार देवेंद्र सिंह बग्गा उर्फ बंटी, सरदार जसवंत सिंह ने जुलूस में शामिल लोगों की अगुवाई की. इंद्रपुरी चौक के पास झाविमो अल्पसंख्यक मोर्चा के इरशाद अहमद उर्फ मुन्ना मलिक की ओर से पेयजल की व्यवस्था की गयी.

इंसानियत बचाने के लिए मांगी गयी दुआ
जिला स्कूल मैदान में अंजुमन इस्लामिया हजारीबाग की ओर से म्यांमार में इंसानियत बचाने के लिए दुआ मांगी गयी. जामा मस्जिद हजारीबाग के इमाम हाफिज मौलाना इमामुल हक रिजवी ने कहा कि दुनिया में इंसानों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया है. मौन जुलूस में मानवता को माननेवाले कई समुदाय के लोग शामिल हैं. महात्मा बुद्ध के अनुयायी ऐसा जुल्म कर रहे है, जिसकी निंदा पूरे विश्व में हो रही है. म्यांमार भारत का पड़ोसी मुल्क है.

केंद्र सरकार से मांग करते है कि संविधान व पड़ोसी मुल्कों से संबंध के आधार पर म्यांमार की सरकार से ऐसे जुल्म बंद कराने की अपील करें. मुफ्ती महबूब आलम मिसबाही ने मांग की कि म्यांमार की आन सूं की को जो शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है, उसे वापस लिया जाये. मानवता बचाने की जिम्मेदारी हर किसी पर है. इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए.

पूर्व बिशप चार्ल्स सोरेंग ने कहा कि सभी एक-दूसरे से प्रेम करें, तभी विश्व में मानवता बचेगी. म्यांमार में जो हो रहा है, वह मानवता के खिलाफ है. पूर्व लोक अभियोजक अधिवक्ता स्वरूप चंद जैन ने कहा पहले हम इंसान है, फिर अलग-अलग जात व समुदाय के तालुकात रखते है. म्यांमार में इंसानियत के विरुद्ध काम किया जा रहा है. भगवान महावीर के जियो व जीने दो के संदेश पर सभी लोगों को अमल करना चाहिए. पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि दुनिया के बड़े देश म्यांमार सरकार पर दबाव डालें व शरणार्थियों के सहयोग के लिए आगे आयें. सरदार चौक मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल हकीम ने म्यांमार समेत पूरी दुनिया में अमन चैन के लिए दुआ मांगी. संचालन सद्भावना समिति के संचालक व अंजुमन के सदस्य इरफान अहमद उर्फ काजू व धन्यवाद ज्ञापन अंजुमन इस्लामिया के सचिव शकील बिहारी ने किया.

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