हजारीबाग के बड़कागांव में उग्रवादियों ने लगातार दूसरे दिन पोस्टर साटे, दहशत में लोग
बड़कागांव : केंद्र और राज्य सरकार उग्रवादियों के खात्मे के चाहे लाख दावे कर ले, उग्रवादी आज भी बेखौफ हैं. उन्हें कानून का कोई डर नहीं. सरकारों के आह्वान पर ध्यान देने और सरेंडर करने की बजाय उग्रवादी लगातार पुलिस और प्रशासन को धमका रहे हैं. उग्रवादी मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अधिकारी तक को धमकियां […]
बड़कागांव : केंद्र और राज्य सरकार उग्रवादियों के खात्मे के चाहे लाख दावे कर ले, उग्रवादी आज भी बेखौफ हैं. उन्हें कानून का कोई डर नहीं. सरकारों के आह्वान पर ध्यान देने और सरेंडर करने की बजाय उग्रवादी लगातार पुलिस और प्रशासन को धमका रहे हैं. उग्रवादी मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अधिकारी तक को धमकियां दे रहे हैं. हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड में दो दिनसेलगातार उग्रवादियोंपोस्टर और बैनर लगाये जाने से स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल है.
सरकार और पुलिस को निशाना बनाने की बात करने के बाद उग्रवादियों ने अब पोस्टर के जरिये कानून का राज ध्वस्त करने की बात कही है. खासकर बड़कागांव के भूमि माफियाओं को चिह्नित कर उन्हें सजा देने की बात की है.
हजारीबाग के बड़कागांव में नक्सलियों के पोस्टर से दहशत
बड़कागांव के गोंदलपुरा पंचायत में 22 सितंबर की रात जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगा कर भाकपा माओवादियों ने मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी थी. सूचना मिलनेपर बड़कागांव पुलिस हरकत में आयी. 22 सितंबर की रात जहां-जहां पोस्टर-बैनर लगाये गये थे, 23 सितंबर को उन जगहों पर जाकर मामले की जांच शुरू की.
इससे पहले कि पुलिस उग्रवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करती, उन्होंने एक बार फिर लगा कर पुलिस को चुनौती दे डाली. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पिछले दिनों भी माओवादियों ने गोंदलपुरा पंचायत में कई जगहों पर पोस्टर-बैनर लगाये थे.
लगातार दो दिन से उग्रवादियों द्वारा की जा रही पोस्टरबाजी से स्थानीय लोग दहशत में हैं. लोग इस आशंका से सहम गये हैं कि उग्रवादी कभी भी किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं.
बहरहाल, पुलिस को सूचना मिल गयी है. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे डरें नहीं, पुलिस उनके साथ है. कुछ शरारती तत्व हैं, जो लोगों को परेशान कर रहे हैं. जल्द ही ऐसे लोग पुलिस की गिरफ्त में होंगे.