सिमरिया: प्रखंड के फतहा गांव में बुधवार रात नौजवान कमेटी द्वारा मुहर्रम के मौके पर शोहदाए कर्बला कॉन्फ्रेंस जलसा का आयोजन किया गया. जलसे में रामगढ़ के मौलाना सिद्दीकुल कादरी, बोकारो के इसराफिल अहमद, हजारीबाग के शायर अबरार आरसी, चतरा के मिनहाज रजा व रामगढ़ के महबूबल कादरी ने शिरकत की. मौलाना सिद्दीकुल कादरी ने कहा कि हर साल लाखों की संख्या में लोग मुहर्रम के महीने में कर्बला पहुंचते हैं. इमाम हुसैन व शोहदाए कर्बला को सलाम पेश करते हैं.
यह दुनिया का पहला व आखिरी वाकया है, जिसमें किसी शाही परिवार का एक राजकुमार सत्य व आस्था के लिए हर सांसारिक आराम की कुर्बानी देते हुए अपनी जान दे दी. हजरत इमाम हुसैन रजियल्लाहुताला अन्हु व उनके घराने के 72 फर्द ने जिन्होंने यजीद की ताकतवर फौज का सामना किया और दुनिया के सामने हक के लिए जुल्म और अन्याय केे खिलफ लड़ाई लड़ी. वक्ताओं ने कहा कि इस्लाम मुहब्बत व भाईचारे का नाम है. इमाम हुसैन की शहादत से मुसलमानों सबक लेना चाहिए.
इस अवसर पर सदर मुस्तकीम मियां, मो लतीफुर रहमान, इदरीश अंसारी, जोहार अंसारी, कारी शहादत हुसैन, कारी अमानत हुसैन, वार्ड सदस्य असरार अंसारी, सुभान अंसारी, मोजहिद हुसैन, सहजाद हुसैन, अबरार अंसारी, गुफरान अंसारी, मुजम्मिल हुसैन, दानिश अंसारी, मतिन हुसैन, बसीर अंसारी, कलीम मियां, इकराम मियां के अलावे कई अकीदतमंद उपस्थित थे.