शौचालय की छत पर अरहर की खेती
बड़कागांव: तूरी मुहल्ला निवासी धारेश्वर तुरी एक डिसमिल जमीन पर बने शौचालय की छत पर अरहर की खेती कर लोगों के बीच चर्चित है. लोगों के लिए वह प्रेरणा स्त्रोत भी बना हुआ है. बड़कागांव स्थित सार्वजनिक शौचालय में धनेश्वर तुरी चार वर्षों से अपनी सेवा दे रहा है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे धारेश्वर […]
बड़कागांव: तूरी मुहल्ला निवासी धारेश्वर तुरी एक डिसमिल जमीन पर बने शौचालय की छत पर अरहर की खेती कर लोगों के बीच चर्चित है. लोगों के लिए वह प्रेरणा स्त्रोत भी बना हुआ है. बड़कागांव स्थित सार्वजनिक शौचालय में धनेश्वर तुरी चार वर्षों से अपनी सेवा दे रहा है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे धारेश्वर ने एक साल पहले शौचालय की छत पर ही खेती करने की सोची.
इसके लिए उसने मछली वाले फोम का डब्बा लाया, जिसके बाद उसमें मिट्टी भरी. पहले उसमें टमाटर का बीज बोया. टमाटर की अच्छी खेती हुई. इसके बाद उसने मिर्च की भी खेती की. इस सीजन वह इसी शौचालय की छत पर अरहर व कद्दू की खेती कर रहा है. सुबह शाम वह बाल्टी से सिंचाई करता है.
डीसी को आवेदन: धारेश्वर ने बताया कि बड़कागांव प्रखंड के इकलौते सार्वजनिक शौचालय की हमेशा से अनदेखी होती रही है. शौचालय का उपयोग कर कोई शुल्क भी चुकाना नहीं चाहता है. कुछ समझदार लोग ही पैसा चुकाते हैं. उसने बताया कि सार्वजनिक शौचालय को सुव्यवस्थित करने के लिए एनटीपीसी एवं डीसी को आवेदन दिया है, लेकिन अब तक पहल नहीं हुई है.