संजय सागर @ बड़कागांव
हजारीबाग जिला के बड़कागांव थाना क्षेत्र के लोग शुक्रवार की रात हाथों में मशाल लेकर रात भर हाथियों के झुंड के पीछे दौड़ते रहे. आखिरकार हाथियों का यह झुंड सीकरी से गोंदलपुरा जंगल की ओर भाग गये. इससे पहले हाथियों के झुंड नेसैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल को बर्बाद कर दिया.
बताया जाता है कि सिकरी पंचायत के काड़बेरवा जंगल में हाथियों का झुंड पहाड़ों से उतराहै. यहां से यह झुंड पारपैन, चमगढ़ा, महटिकरा, चोरका, पंडरिया होते हुए बड़कागांव चौक पहुंचे. बड़कागांव चौक से होरम गांव पहुंचे. हाथियों की संख्या 25 है. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के झुंड में छोटे-बड़े हाथी शामिल हैं. इससे ग्रामीण भयभीत हैं.
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ग्रामीण खेत खलिहान जाना छोड़ दिये हैं. देर शाम तक काम करने वाले किसान खेतों से अब जल्द ही घर लौटने लगे हैं. जानकारी के अनुसार, केरेडारी के पतरा जंगल, चरका पत्थर जंगल होते हुए सीकरी के काडबेरवा जंगल व परपैंन में घुसे. देर शाम तक वन पदाधिकारी तरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में ढोल मंजीरे एवं मशाल के साथ हाथियों को भगाने में वन विभाग के सिपाही एवं ग्रामीणोंने अहम भूमिका निभायी. इसके बाद हाथियों का झुंड फोरम के जंगल से होते हुए बादाम पहुंचे और बादल से गुलपुरा जंगल में घुस गये.
हाथियों ने किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल को रौंद डाला. इससे किसानों की कमर टूट गयी है. किसानों ने कहा, ‘धान का बीज अच्छा नहीं होने के कारण कई खेतों में धानकी बाली नहीं निकली. जहां बाली निकली थी, उसे हाथियों ने रौंद डाला. अब हमारा क्या होगा. न हम घर के रहे न घाट के. सरकार मुआवजा देगी भी या नहीं, मालूम नहीं. यदि मुआवजा मिलेगा भी, तो कब, इसकाभी ठिकाना नहीं.’
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यहां पहुंचा धान की फसल को नुकसान : हाथियों ने सीकरी परपैंन, महाटिकरा, चोरका, पंडरिया, बड़कागांव, चिरैया नदी, होरम चंदोल, बादम, गोंदलपुरा, समेत दर्जनों गांवोंमेंखेतोंमें लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाया.