घर वापस लौटा तो अपना सारा परिवार को घर के मलबे में दबा पाकर बेहोश हो गया
!!संजय सागर!! बड़कागांव : बड़कागांव मध्य पंचायत के ठाकुर मोहल्ला में शत्रुधन ठाकुर का जर्जर आवास अचानक ढह जाने से उसकी पत्नी कुमकुम देवी ,पुत्र धीरज कुमार ठाकुर, पुत्री अर्चना कुमारी, एवं अर्पणा कुमारी दबकर बुरी तरह घायल हो गए. घर गिर जाने की आवाज सुनकर अगल-बगल के लोग जुटे . घर के मलबे में […]
!!संजय सागर!!
बड़कागांव : बड़कागांव मध्य पंचायत के ठाकुर मोहल्ला में शत्रुधन ठाकुर का जर्जर आवास अचानक ढह जाने से उसकी पत्नी कुमकुम देवी ,पुत्र धीरज कुमार ठाकुर, पुत्री अर्चना कुमारी, एवं अर्पणा कुमारी दबकर बुरी तरह घायल हो गए. घर गिर जाने की आवाज सुनकर अगल-बगल के लोग जुटे . घर के मलबे में दबे हुए घायलों को निकाला गया. घायलों का इलाज के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल ले जाया गया ,जहां उससे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. यह घटना शनिवार देर शाम की है. रिम्स में घायल मां, बेटे एवं बेटे की हालत गंभीर है. घर गिर जाने के बाद मजदूरी करके शत्रुधन ठाकुर घर जब लौटा तो वह अपना सारा परिवार को घर के मलबे में दबा हुआ पाया. जिसे देखकर वह बेहोश हो गया. शत्रुघ्न ठाकुर बस चालक है. वह ड्राइविंग कर के घर लौट था. जर्जर आवास में वह रहने को मजबूर था. घटना की सूचना मिलते ही पूर्व मुख्य विष्णु रजक घटनास्थल पहुंचकर परिजनों को संतान आदि और मदद करने की घोषणा की.
कैसे हुई घटना
पड़ोसियों ने बताया कि शनिवार की देर शाम को मां कुमकुम देवी बीमार थी. बीमार मां का पैर अर्पणा दबा रही थी. बहन अर्चना कुमारी एवं धीरज कुमार चूल्हे के पास खाना बना रहे थे और अचानक घर गिर गया. घर अचानक ऐसा गिरा कि परिवार के किसी भी सदस्य को जान बचाने के लिए भागने का मौका भी नहीं मिला. घर के मलबे में मां कुमकुम देवी एवं अर्पणा खाट के पास ही दबी रह गई. वही खाना बना रहे धीरज कुमार एवं अर्चना कुमारी भी चूल्हे के पास घर के मलबे से दब गए. धीरज ऐसा दबा कि उसका माथा भोजन बन रहे दीक्षा के गर्म पानी में डूबा रहा गया जिससे वह बुरी तरह घायल घायल हो गया. तब पड़ोसियों ने मलबे को हटाया. घायलों को हजारीबाग अस्पताल ले जाया गया .जहां उसे रिम्स के लिए रेफर कर दिया गया. पड़ोसी महंगू ठाकुर ने बताया कि इन चारों घायलों पर मिट्टी का बड़ा बड़ा मलबा गिरा. जिस कारण धीरज कुमार और अर्चना कुमारी का छाती में चोट आयी पैर टूट गया. मां कुमकुम देवी एवं अर्पणा को माथे व शरीर के अन्य भागों में काफी गहरी चोट लगी है.
5 वर्षों से इंदिरा आवास के लिए दर-दर ठोकरें खा रहे थे
पड़ोसी महंगू ठाकुर ने बताया कि घटना के बाद सारे परिजन अस्पताल में हैं. इंदिरा आवास की मांग के लिए 5 वर्षों से दर-दर की ठोकरे खा रहे थे. इधर इस संबंध में मध्य पंचायत के मुखिया मीरा देवी व पूर्व मुखिया विशुन रजक ने बताया कि बीपीएल नंबर नहीं रहने के कारण इंदिरा आवास नहीं मिल पाया .इस वर्ष एसीसी डाटा में शत्रुघ्न ठाकुर का नाम डाल दिया गया है. जिले से जब इंदिरा आवास की सूची आएगी तो इसे मिल जाएगा.