रांची : झारखंड की राजधानी की सड़कों को जाम से मुक्त करने की कोशिशों के बीच हजारीबाग ने एक रास्ता दिखाया है. केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने गुरुवार को यहां डेढ़ हजार से अधिक फुटपाथ पर सामान बेचने वाले लोगों के बीच पहचान पत्र का वितरण किया. इसी के आधार पर उन्हें दुकानें आवंटित की जायेंगी, ताकि उन्हें सड़क पर दुकान न लगानी पड़े. उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे डिजिटल पेमेंट अपनायें. इससे आपको बहुत सारी सुविधाएं मिलेंगी. ऋण आसानी से मिल सकेगा. हजारीबाग को मॉडल जिला बनाने का सपना सच होगा.
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इस अवसर पर जयंत सिन्हा ने कहा कि दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले 1,602 हॉकरों को पहचान पत्र दिया गया है. सभी फुटपाथ पर सामान बेचने वाले सभी लोगों को दुकान दिलायेंगे. इससे उन्हें जहां-तहां घूमकर या सड़क पर दुकान लगाकर अपना माल नहीं बेचना होगा. इससे उनका व्यापार भी बढ़ेगा.
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों से केंद्रीय मंत्री ने अपील की कि वे सभी लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें. उनकी देखभाल करें. हजारीबाग के स्थानीय सांसद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार देश के हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे में हजारीबाग किसी से पिछड़ना नहीं चाहिए.
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श्री सिन्हा ने कहा, ‘सरकार जनता के साथ है. हम लोग मिल-जुलकर, न्यायपूर्वक और नियमित तरीके से फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले लोगों को सम्मानित व्यापारी के रूप में स्थापित करेंगे. हम समझते हैं कि आप सभी को हर दिन रोजी-रोटी के लिए मेहनत करनी होती है. हम चाहते हैं कि आप इज्जत से रोटी कमायें. घूम-घूम कर सामान बेचने में आपको परेशानी होती है, हम उस परेशानी को दूर करेंगे.’
जयंत सिन्हा ने कहा, ‘हम अपने हजारीबाग को स्वच्छ बनायेंगे. इसके लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी. अपनी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ, सुंदर व हरा-भरा हजारीबाग देने के लिए स्वच्छता पर निरंतर ध्यान देना होगा.’