मवेशी तस्करी में गिरफ्तार मजदूरों ने तस्करों के बारे में किये कई बड़े खुलासे
चौपारण : पशु तस्करी के आरोप में पुलिस के गिरफ्त में आये मजदूरों ने मवेशी तस्करों के बारे में कई राज बताये हैं. गिरफ्तार मजदूरों ने बताया कि मवेशी तस्करों द्वारा उन्हें केवल गाड़ी पर मवेशियों को लोड एवं अनलोड करने के लिए रखा गया है. इसके एवज में उन्हें दैनिक मजदूरी के हिसाब से […]
चौपारण : पशु तस्करी के आरोप में पुलिस के गिरफ्त में आये मजदूरों ने मवेशी तस्करों के बारे में कई राज बताये हैं. गिरफ्तार मजदूरों ने बताया कि मवेशी तस्करों द्वारा उन्हें केवल गाड़ी पर मवेशियों को लोड एवं अनलोड करने के लिए रखा गया है. इसके एवज में उन्हें दैनिक मजदूरी के हिसाब से पैसा मिलता है.
मजदूरों ने बताया कि पकड़ा गया कंटेनर 16 फरवरी को बक्सर से 50 मवेशी लाद कर बंगाल के लिए चला था. इसके साथ और कई कंटेनर मवेशी लादकर साथ चले थे. आगे आगे यही कंटेनर चल रहा था. बाकी सभी गाड़ियां शेरघाटी एवं बाराचट्टी के अलग-अलग होटल पर खड़े थे. कंटेनर के आगे-आगे एक स्कार्पियो चल रहा था. जिसके निशान देही पर मवेशी से लदा कंटेनर चोरी छिपे आगे बढ़ रही थी. इसी बीच चौपारण पुलिस ने कंटेनर सहित मवेशी और मजदूरों को पकड़ लिया. पुलिस को देखते ही चालक उप चालक एवं तस्कर फरार हो गये.
गिरफ्तार मजदूरों में रोहित अली, मो ज्याउद्दीन एवं तनवीर हसन को कांड संख्या 39/2018 के तहत मामला दर्ज कर सोमवार को जेल भेज दिया गया है.
बुधवार को निकलती है गाड़ियां
मजदूरों की मानें तो तो मवेशी से लदा कंटेनर सबसे ज्यादा बुधवार को निकलता है. मवेशी से लदी गाड़ियों को सभी क्षेत्र में अलग-अलग लोकेशन देने वाले लोग हैं. जिसके नेटवर्क पर गाड़ियां चलती हैं. इसके एवज में लोकेशन देने वाले लोग तस्करों से मोटी रकम लेते है. सभी लोकेशन देने वालों को शेरघाटी के खान साहब मैनेज करते हैं. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.