दूसरे दिन भी स्थानीय व बॉलीवुड के कलाकारों ने खूब धमाल मचाया, कुमार शानू ने बांधा समां
राजकीय इटखोरी महोत्सव के दूसरे दिन भी स्थानीय व बॉलीवुड के कलाकारों ने खूब धमाल मचाया. बॉलीवुड के मशहूर गायक कुमार शानू ने दर्शकों का दिल जीत लिया. मंच पर आते ही उन्होंने मां भद्रकाली की पावन भूमि को नमन किया. उन्होंने कहा कि छोटे से स्थान में इतना बड़ा आयोजन तारीफ के काबिल है.
बड़े-बड़े शहरों में इस तरह का मंच मुझे मिलता रहा है. मैं इस स्थान की प्रशंसा मुंबई में करूंगा. कुमार शानू के मंच पर आते ही तालियों की गड़गड़ाहट से दर्शकों ने उनका अभिवादन किया.
कुमार शानू ने एक से बढ़ कर एक गाना गाया
कुमार शानू ने राजकीय इटखोरी महोत्सव में एक से बढ़ कर एक रोमांटिक गाना गाया. उन्होंने गाने की शुरुआत हिंदी फिल्म ‘परदेश’ के गीत दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके चुपके….. से की.
इसके बाद एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा जैसे खिलता गुलाब…., तुझे देखा तो ये जाना सनम प्यार होता है दीवाना सनम….,धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में आना तुझसे प्यार हमें है जाने जाना…., जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड़ जाये…., ये काली काली आंखें ये गोरे गोरे गाल…., सांसों की जरूरत हो जैसे, बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए…. आदि गाने पेश कर दर्शकों को खूब झूमाया.
शानू ने कहा अगले
साल फुल टाइम चाहिए
समय की बाध्यता के कारण कुमार शानू ने कहा की अगले साल आऊंगा तो मुझे फुल टाइम चाहिए. शाम पांच बजे से गाना शुरू करूंगा. शानू ने आयोजन समिति की खूब प्रशंसा की.
गायिका विश्वजीता ने भी दर्शकों का मन मोहा
कुमार शानू के साथ आई सहयोगी गायिका विश्वजीता देव ने भी कई गाने गाये. उन्होंने बीच-बीच में कुमार शानू का भी गीत में साथ दिया. विश्वजीता देव ने लग जा गले कि ये हसी रात हो न हो…. समेत कई गीत गाये.
स्थानीय कलाकारों ने भी किया उम्दा प्रदर्शन किया
इटखोरी व चतरा के कलाकारों ने भी बेहतर कला का प्रदर्शन किया. इटखोरी के घुजी बागी मंडप के युवकों ने कृष्ण-सुदाम की मित्रता पर नाट्य का मंचन किया. चतरा के नृत्य ग्रुप के कलाकारों ने भगवान शिव पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
साथ ही फिल्म बाहुबली के गीत पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया. लोगों ने कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की.सुरांगना ग्रुप ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया : पटना से आये सुरांगना ग्रुप के कलाकारों ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया. उन्होंने भगवान बुद्ध पर आधारित ‘शक्ति की चाह बुद्ध की राह’ पर आधारित लघु नाटिका का मंचन किया. लोगों ने इस नाटक की खूब प्रशंसा की.
पटना से आये आर्क बैंड ग्रुप ने शास्त्रीय संलयन प्रस्तुत किया. अशोक चौधरी ने कार्यक्रम में समां बांध दिया. उन्होंने ने कई गीतों का मिश्रण कार्यक्रम प्रस्तुत किया, चौधरी ने तेरे रश्के कमर तुने पहली नजर….समेत कई गीत गाये. उन्होंने टीवी धारावाहिकों के एक्सक्लुसिव गीतों को भी गाये.
जमशेदपुर के डीसी अमित कुमार पहुंचे
सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाने जमशेदपुर के उपायुक्त अमित कुमार भी मंगलवार की शाम पहुंचे. उन्होंने कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की. चतरा उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने उनका अभिवादन किया़ राजकीय इटखोरी महोत्सव में एसपी अखिलेश वी वरियार सपरिवार मौजूद थे.
कुल्हड़ की चाय का लोग ले रहे हैं आनंद
जिला परिषद के डाक बंगला में अतिथियों का स्वागत कुल्हड़ की चाय से किया जा रहा है. कुल्हड़ में चाय मिलने से चाय का स्वाद ही बदल गया है. अतिथि कुल्हड़ की चाय का खूब आनंद ले रहे हैं. अतिथियों को कुल्हड़ की चाय खूब पसंद आ रही है़
शिवामणि के ड्रम की ताल पर थिरके लोग
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध ड्रमर शिवामनि ने अपने अंदाज में ड्रम बजाया. लोग शिवामणि के ड्रम की थाप पर जम कर थिरके.
ड्रम कभी भी समाप्त नहीं होगा : दक्षिण भारत का प्रसिद्ध ड्रमर शिवामणि ने प्रभात खबर से खास बातचीत में कहा कि मंच पर जब मैं रहता हूं तो पागल हो जाता हूं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं मां के पेट से ड्रम सीख कर निकला हूं.
उन्होंने कहा कि ड्रम कभी समाप्त नहीं होगा. ड्रम और ड्रमर भविष्य में भी कायम रहेंगे. उन्होंने कहा कि वे उस्ताद जाकिर हुसैन को अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं. उनके साथ सहयोगी ड्रमर जिनो बेंगस, सितार वादक पूर्वांचल चटर्जी, लुइ बेंगस भी थे.