आंखों में जलन से घंटों तड़पते रहे श्रद्धालु, रात भर मची अफरातफरी

दारू : हजारीबाग जिले के दारू स्थित खैरिका पुरनाडीह में सोमवार की रात जागरण देखने पहुंचे सैकड़ों लोग उस तिलमिला उठे और रोने लगे, जब अचानक उनकी आंखों में जलन होने लगी. आंखों में जलन इतनी तेज थी कि कई लोग घर तक नहीं जा पा रहे थे. रास्ते में ही बैठ गये और विवश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 2:48 AM

दारू : हजारीबाग जिले के दारू स्थित खैरिका पुरनाडीह में सोमवार की रात जागरण देखने पहुंचे सैकड़ों लोग उस तिलमिला उठे और रोने लगे, जब अचानक उनकी आंखों में जलन होने लगी. आंखों में जलन इतनी तेज थी कि कई लोग घर तक नहीं जा पा रहे थे. रास्ते में ही बैठ गये और विवश हो गये. मंगलवार की सुबह तक एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों ने आंख में जलन होने की बात कही.

लोग अपने-अपने स्तर से इलाज के लिए इधर-उधर दौड़ते देखे गये. इसकी जानकारी स्थानीय लोगों ने डीसी रविशंकर शुक्ला और एसडीओ आदित्य रंजन को दी. आला अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया. इसके बाद चिकित्सकों की टीम को दारू अतिरिक्त उप-स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां ग्रामीणों का इलाज किया गया.

रोशनी के सामने बैठे थे: बताया जाता है कि दारू-खैरिका पुरनाडीह में शिव परिवार की ओर से प्राण प्रतिष्ठा सह रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया था. 26 फरवरी की रात भक्त जागरण व प्रवचन यहां हो रहा था. प्रवचन करीब साढ़े नौ बजे समाप्त हुआ. इसके बाद भक्ति जागरण शुरू हुआ. इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए थे. कार्यक्रम के दौरान ही लोगों के आंखों में जलन होने लगी. शुरुआत में लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. बाद में अधिक जलन होने पर इधर-उधर भागने लगे. ग्रामीणों के अनुसार जलन की शिकायत ज्यादातर वैसे लोगों ने की, जो रोशनी के सामने बैठे थे.
क्या हुई परेशानी: प्रभावित लोगों की आंखें लाल हो गयी थीं और आंख से आंसू निकल रहे थे. आंख के नीचे के हिस्से में सूजन आ गयी थी. इस कारण कई लोगों को पूरी तरह से दिखायी भी नहीं पड़ रहा था. बच्चे आंखों की जलन से रो रहे थे. स्कूल जानेवाले बच्चे भी पढ़ाई छोड़ रो रहे थे.
क्या कहा ग्रामीणों ने
बनारस से आये प्रवचनकर्ता रीतेश महाराज ने कहा कि प्रवचन के दौरान बीच से एक लाइट उनकी आंखों तक आ रही थी, तो उससे आंखों में परेशानी हो रही थी. इस दौरान हल्की जलन हुई . प्रवचन खत्म होने के बाद विश्राम के लिए पहुंचा तो आंखों में जलन अधिक होने लगी. इसी तरह छोटका इरगा निवासी उर्मिला देवी, खैरिका की पिंकी देवी, पेटो अजय कुमार, चिरुआं के वरुण कुमार, भोला प्रसाद, लक्ष्मण प्रसाद सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि रोशनी के बगल में ही बैठे थे. इसी दौरान उनकीआंखों में जलन शुरू हुआ.
दवा और आइ-ड्रॉप उपलब्ध कराये गये
बीडीओ यूनिका शर्मा के नेतृत्व में सभी पीडितों का इलाज किया गया. कर्मियों की कमी करण कई गांवों में इलाज नहीं हो पा रहा था. इसके लिए प्रखंड के पंचायत स्वयंसेवकों की टीम बुलायी गयी. उन्हें दवा और आइ-ड्रॉप उपलब्ध कराये गये. उसके बाद टीम को विभिन्न गांवों में भेजा गया. टीम में निरंजन मोहन प्रसाद, दयाल प्रसाद, प्रकाश कुमार, पवन कुमार, दीपिका कुमारी व श्यामसुंदर प्रसाद थे. इन्होंने इरगा, चिरुआ, दारूडीह, पांडेय टोला, जबरा, बासोबार,भटबिगहा, बख्शीडीह, खैरिका, पुरनाडीह समेत अन्य गांवों में पीड़ितों की सेवा की.
क्या कहा समिति ने
यज्ञ समिति के सदस्यों ने बताया कि पिछले दिनों चली आंधी के कारण यहां हैलोजन की लाइट का शीशा टूट गया था. जागरण की रात रोशनी के लिए टूटी हुई लाइ्ट को फिर से लगा दिया गया. सदस्यों के अनुसार संभवत: शीशा टूटे होने के कारण रौशनी सीधी आंख पर पड़ने लगी और स्थिति बिगड़ी.
दारू में 500 से अधिक लोगों ने आंखों में जलन होने की शिकायत की. ग्रामीणों के इलाज के लिए पांच सदस्यीय टीम को भेजा गया. इनमें नेत्र चिकित्सक डॉ उमेश कुमार, डॉ सुभाष प्रसाद, डॉ प्रवीण नाथ, डॉ एसआर दांगी शामिल थे. उन्होंने बताया कि आंखों में जलन का कारण संभवत: ज्यादा रोशनी, केमिकल्स और हवन के धुआं के कारण हुआ होगा.
डॉ विजय शंकर दास, सिविल सर्जन

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