दो मंत्री व एक विधायक को मिली चुनौती
सलाउद्दीन लोकसभा चुनाव में जयंत की जीत से आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम पर दिखेगा असर हजारीबाग : हजारीबाग लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार जयंत सिन्हा की जीत कई मायने में यादगार बनी रहेगी. पहली बार जयंत ने चुनाव लड़ा. टिकट की घोषणा से चुनाव प्रचार तक विकास का एजेंडा रखने में भ्रमित नहीं हुए. […]
सलाउद्दीन
लोकसभा चुनाव में जयंत की जीत से
आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम पर दिखेगा असर
हजारीबाग : हजारीबाग लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार जयंत सिन्हा की जीत कई मायने में यादगार बनी रहेगी. पहली बार जयंत ने चुनाव लड़ा. टिकट की घोषणा से चुनाव प्रचार तक विकास का एजेंडा रखने में भ्रमित नहीं हुए. जीतने के बाद प्रचार के समय जो वादा किया. अच्छे दिन आते ही उसे अब पूरा करने की बात कह रहे हैं. एक लाख 59 हजार 128 मत से जीत दर्ज करना राजनीतिक के समीकरण बनाते हैं.
22 में 19 प्रखंड में भाजपा को बढ़त : लोकसभा क्षेत्र में 20 प्रखंड और दो नगर पर्षद क्षेत्र रामगढ़ और हजारीबाग है. जयंत सिन्हा को बरही विधानसभा में चौपारण, चंदवारा, पदमा, बरही चारों प्रखंड में बढ़त मिली. बड़कागांव विधानसभा में केरेडारी, टंडवा और पतरातू में भाजपा को बढ़त मिली. रामगढ़ विधानसभा के रामगढ़ नगर, चितरपुर में बढ़त बनाया. मांडू विधानसभा में दारू प्रखंड, चुरचू, डाडी, मांडू, टाटीझरिया और विष्णुगढ़ सभी प्रखंड में भाजपा को बढ़त मिली. हजारीबाग सदर विधानसभा में कटकमसांडी, कटकमदाग, नगर पर्षद, सदर और दारू सभी प्रखंड में बढ़त बनी.
योगेंद्र, जयप्रकाश और चंद्रप्रकाश को चुनौती की आहट : भाजपा की बढ़त का कई राजनीतिक संदेश भी है.
मांडू विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोरचा के जयप्रकाश भाई पटेल विधायक व मंत्री हैं. इस विधानसभा के सभी पांच प्रखंडों में भाजपा को बढ़त मिलना आनेवाले राजनीतिक चुनौती को दर्शाता है. मांडू में भाजपा ने 41 हजार छह सौ की बढ़त बनायी. आनेवाले विधानसभा चुनाव में 30 वर्षो के बाद भाजपा के उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे. उस समय जयंत सिन्हा की यह बढ़त भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी का काम करेगी. बड़कागांव विधानसभा में कांग्रेस विधायक व मंत्री योगेंद्र साव हैं. आजसू उम्मीदवार लोकनाथ महतो भी इसी विधानसभा क्षेत्र से आते हैं. जयंत ने सबसे अधिक बढ़त 43 हजार का इसी विधानसभा से प्राप्त किया. इसे योगेंद्र साव को मिलनेवाली चुनौती की आहट मान सकते हैं. चुनाव परिणाम ने चंद्रप्रकाश चौधरी को भी घेरने का काम किया है.
आजसू पार्टी के विधायक व नेता रामगढ़ सीट को अपने लिए रिजर्व मानते थे. इस बार जयंत ने इस किला को भी ध्वस्त कर दिया. रामगढ़ नगर के साथ चितरपुर प्रखंड में बढ़त बनायी. दुलमी और गोला प्रखंड में मामूली मतो का अंतर दोनों दलों के बीच रहा. ओवर ऑल 14546 मत से भाजपा ने बढ़त बनायी. चौंकाने वाली बात यह है कि 2009 के चुनाव के मुकाबले भाजपा तीसरे नंबर से पहले नंबर पर पहुंची. वहीं कांग्रेस ने वोट प्रतिशत को बढ़ाया. बरही विधानसभा में भी भाजपा ने सभी प्रखंडों में बढ़त बना कर शक्ति प्रदर्शन किया है.
लंबी लकीर खींचने की तैयारी : जयंत सिन्हा ने विजय जुलूस का आगाज बड़कागांव प्रखंड से कर आगे की सोच को दर्शाया. विरोधियों को पस्त करना. जनता को विकास करके दिखाना. इसी एजेंडे पर आगे बढ़े हैं. उन्हें हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में विकास की एक बड़ी लकीर भी खींचनी है. जिसमें जयंत का व्यक्तित्व, योग्यता और राजनीतिक पृष्ठभूमि दिखे.