भारत-तिब्बत का रिश्ता पुराना
हजारीबाग : केंद्रीय राज्य उड्डयन मंत्री सह सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि भारत-तिब्बत के बीच संबंध हजारों साल पुराना है. तिब्बत की जड़ भौगोलिक नहीं, बल्कि सभ्यता और संस्कृति के साथ भारत से जुड़ी है. उक्त बातें उन्होंने शुक्रवार को जैन भवन बड़ा बाजार में आयोजित दलाई लामा के 83वे जन्मदिन पर कही. […]
हजारीबाग : केंद्रीय राज्य उड्डयन मंत्री सह सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि भारत-तिब्बत के बीच संबंध हजारों साल पुराना है. तिब्बत की जड़ भौगोलिक नहीं, बल्कि सभ्यता और संस्कृति के साथ भारत से जुड़ी है. उक्त बातें उन्होंने शुक्रवार को जैन भवन बड़ा बाजार में आयोजित दलाई लामा के 83वे जन्मदिन पर कही. उन्होंने कहा कि परम पावन दलाई लामा ने एक मुलाकात में स्वयं बताया कि तिब्बत भारत को बड़ा भाई मानता है. हमें बड़े भाई का फर्ज तिब्बत की आजादी में निभाना होगा.
कार्यक्रम की शुरुआत भारत-तिब्बत मैत्री संघ के संस्थापक सदस्य स्व बैजनाथ प्रसाद के चित्र पर खतक ओढ़ा कर की. अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने की, जबकि संचालन जिला सचिव अजीत कुमार ने किया. रामगढ़ से आये कलाकारों ने दलाई लामा के दीर्घायु होने एवं तिब्बत की आजादी पर संगीत प्रस्तुत किये.