हजारीबाग : महेश्वरी परिवार के छह सदस्यों की मौत का मामला, जांच करेगी एसआइटी, फिंगर प्रिंट लिया
हजारीबाग : हजारीबाग के ड्राइफ्रूट व्यवसायी नरेश महेश्वरी परिवार के छह सदस्यों की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत की जांच एसआइटी की टीम करेगी.वहीं रांची से पांच सदस्यीय फॉरेंसिक टीम डॉक्टर जहांगीर के नेतृत्व में हजारीबाग पहुंची. फॉरेंसिक जांच टीम और एसआइटी टीम के सदस्यों ने बुधवार को शुभम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 303 की […]
हजारीबाग : हजारीबाग के ड्राइफ्रूट व्यवसायी नरेश महेश्वरी परिवार के छह सदस्यों की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत की जांच एसआइटी की टीम करेगी.वहीं रांची से पांच सदस्यीय फॉरेंसिक टीम डॉक्टर जहांगीर के नेतृत्व में हजारीबाग पहुंची. फॉरेंसिक जांच टीम और एसआइटी टीम के सदस्यों ने बुधवार को शुभम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 303 की साढ़े छह घंटे तक जांच पड़ताल की. फॉरेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट, दीवार और बेड पर मिले खून के निशान, चार ब्लेड, सल्फास का डिब्बा, मृतकों के कपड़े की जांच की.
एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल गयी है. रिपोर्ट के सभी बिंदुओं पर सही दिशा में अनुसंधान हो रहा है. अतिरिक्त जानकारी के लिए डॉक्टर से भी संपर्क किया जायेगा. परिवार व पडोसियों से महत्वपूर्ण जानकारी जुटायी जा रही है. पावर ऑफ एट्रॉनी और अन्य कागजात की जांच अनुसंधानकर्ता कर रहे हैं.
स्कॉर्पियो घटना की रात आयी थी : मृतक महावीर महेश्वरी के छोटे भाई राजकुमार महेश्वरी ने कहा कि 14 जुलाई की रात शुभम अपार्टमेंट में काले रंग की स्कॉर्पियो आने की बात लोग कह रहे हैं. गेट खुलने की आवाज भी लोगों ने सुनी थी. उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट के बाहर स्थित चौक और एचडीएफसी बैंक के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से इसकी पुष्टि हो सकती है. उन्होंने इसकी जांच कराने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि नरेश महेश्वरी को काले रंग की स्कॉर्पियो से रात 9.30 से 10.00 बजे के बीच अपार्टमेंट से बाहर जाते देखा गया है. रात 11 से 12 बजे के बीच अपार्टमेंट के लोग गेट खुलने की बात कह रहे हैं.
नरेश का एक लाख का चेक एलआइसी में मौजूद : रोज नये-नये खुलासे हो रहे हैं. फ्लैट नंबर 303, 304 के लिए एलआइसी हाउसिंग लोन (एमआइएस) के लिए एक लाख का चेक एचडीएफसी बैंक काे दिया गया था. यह चेक 14 जुलाई 2018 को क्लीयर होना था. लेकिन नरेश ने एलआइसी कर्मी रवि को कहा था कि 17 जुलाई को चेक डाल देंगे. इस बीच 15 जुलाई को घटना घट गयी और नरेश का चेक पड़ा रह गया.
सीबीआइ जांच की मांग : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है. वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह को महेश्वरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम सुंदर सोनी ने पत्र भेजकर सीबीआइ जांच कराने की मांग की है.