जंगली हाथियों से परेशान ग्रामीणों ने लिया निर्णय, वन विभाग के पदाधिकारियों को क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे
पांडू : पांडू ग्राम वृद्धखैरा व ढाचाबार के ग्रामीण जंगली हाथी के उत्पात से परेशान हैं. पिछले आठ माह से जंगली हाथी ने इस क्षेत्र में तांडव मचाकर रखा है. लेकिन वन विभाग के पदाधिकरी ने इस पर कोई ठोस पहल नहीं किया. जंगली हाथी के क्षतिग्रस्त से कई किसान चपेट में हैं. बताया जाता […]
पांडू : पांडू ग्राम वृद्धखैरा व ढाचाबार के ग्रामीण जंगली हाथी के उत्पात से परेशान हैं. पिछले आठ माह से जंगली हाथी ने इस क्षेत्र में तांडव मचाकर रखा है. लेकिन वन विभाग के पदाधिकरी ने इस पर कोई ठोस पहल नहीं किया. जंगली हाथी के क्षतिग्रस्त से कई किसान चपेट में हैं. बताया जाता है कि वृद्धखैरा व ढाचाबार में जंगली हाथी ने आतंक मचाया है. इस दौरान मकई, ईख, धान व अरहर के फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. वहीं कई पंप घर को भी ध्वस्त कर दिया है.
वहीं 28 नवंबर को वृद्धखैरा के अनिल सिंह के गाय को मार डाला, एक दिसंबर को बृद्धखैरा के रामजी बैठा का घर का झोपड़ी को तहस-नहस कर दिया. पूर्व में रामजी बैठा,राजेंद्र विश्वकर्मा,वरुण बैठा सहित कई किसानों का लाखों का संपत्ति बर्बाद कर दिया है.
वहीं वेणुगोपाल मंदिर की चहारदीवारी को भी ध्वस्त किया था. इसकी जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारी व पांडू सीओ को दी गयी थी. लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल नहीं किया है.
ग्रामीणों ने पूरी रात जगकर खेती के साथ-साथ जानमाल की सुरक्षा करते हैं. डर से लोग दरवाजे पर सोना छोड़ दिए हैं. दिन-प्रतिदिन जंगली हाथी का आतंक बढ़ते जा रहा है. इस समस्या से तंग आ कर ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि वन विभाग के पदाधिकारी को इस क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे.