सोनु पांडेय, टाटीझरिया
16 नवंबर से पारा शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से प्रखंड के ही नहीं पूरे राज्य के नौनिहालों का भविष्य खराब हो रहा है. टाटीझरिया प्रखंड के 40 नव प्राथमिक विद्यालयो में 16 नवंबर से लगातार ताले लटके हैं. शेष बचे विद्यालयों में भी शिक्षक के कमी की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित है.
सरकार को इस पर शीघ्र ही कोई हल निकालनी चाहिए, ताकि नौनिहालों की पढ़ाई अविरल चलता रहे. एक ओर पारा शिक्षक तो दूसरी तरफ सरकार के अडिग होने से देश के भविष्य बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है.
स्कूलों में बच्चे अक्सर खेलते नजर आ रहे हैं. कई बच्चे धान के खेत में अपने अभिभावकों के काम में हाथ बंटा रहे हैं, तो कई गाय व बैल चराते दिन गुजार रहे हैं. जिन विद्यालयों में सरकारी शिक्षक हैं भी, वहां भी अधिक बच्चे व अधिक क्लास होने के कारण बच्चों को पढ़ा पाना बहुत कठिन हो रहा है.
धरमपुर प्लस टू विद्यालय में 4 शिक्षक हैं, जबकि क्लास 12 है, ऐसे में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्राथमिक विद्यालय जेरूवाडीह में भी दिन को 11:30 बजे तक शिक्षक नहीं पहुंचे थे और बच्चे उछल-कूद में व्यस्त दिखे.