भाजपा के शासन में हुआ दलितों का सबसे अधिक शोषण : बाबूलाल मरांडी
चलकुशा : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के प्रखंड स्तरीय दलित सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, दलित समाज का शोषण सबसे अधिक भाजपा के शासन में हुआ है. भाजपा के लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति बदतर हो गई है. […]
चलकुशा : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के प्रखंड स्तरीय दलित सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, दलित समाज का शोषण सबसे अधिक भाजपा के शासन में हुआ है. भाजपा के लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति बदतर हो गई है. आज जरूरत है एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाने की जिससे गरीब बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके.
आने वाले चुनाव में भाजपा को हटाकर नयी सरकार बनायें. जिससे बाबा भीमराव आंबेदकर के दिये अधिकारो को ठीक से लागू कर सके. झारखंड में लोग भूख से मर रहे हैं जो शर्मनाक है. भाजपा सरकार रोजगार देने में नाकाम रही है, जिससे यहां के युवा हजार किमी दूर जाकर मजदूरी करने के लिए विवश हैं.
बाबूलाल ने कहा, भाजपा झूठ और जुमलेबाजों की सरकार है. उन्होंने कहा कि जब राज्य में झाविमो की सरकार बनेगी तक चलकुशा को कोडरमा जिला में शामिल किया जाएगा.
पारा शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन का भी समर्थन किये. झारखंड विकास मोर्चा के प्रखंड स्तरीय दलित सम्मेलन प्रखंड के ग्राम नरैना में हुआ. जिसमें मुख्य रूप से झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, झाविमो के वरिष्ठ नेता सह केंद्रीय कार्य समिति सदस्य जयदेव चौधरी, जिला प्रभारी सह प्रवक्ता अशोक वर्मा, केंद्रीय सदस्य सुरेश साव, केदार साव, बाबुलाल बिहारी, महिला नेत्री प्रमिला बर्णवाल, कुमकुम देवी, केंद्रीय सदस्य बंसत पांडेय, प्रखंड अध्यक्ष सलीम अंसारी, प्रखंड अल्पसंख्यक अध्यक्ष महताब अंसारी, जिला अध्यक्ष सुशील कुमार , केंद्रीय सदस्य कलीम खान उपस्थित थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता झाविमो दलित मोर्चा अध्यक्ष वासुदेव दास तथा संचालन कार्तिक दास ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों द्वारा स्वागत गान गा कर तथा ढोल नगाडों के साथ किया गया.
मौके पर बरकठ्ठा अल्पसंख्यक अध्यक्ष मौलाना बशारत हुसैन, सुरेश दास, अलगडीहा मुखिया भुवनेश्वर दास,पंसस दशरथ दास, राजेंद्र रजक, रामप्रसाद राम, केलास दास, विजय दास, अशोक दास, बालेश्वर दास, केदार दास, राजेश दास, विनोद दास, जोगेश्वर पासवन, तफ्फजुल हुसैन, सुगंती देवी, बुलाकी दास, परमानंद मोदी, चांद खान, बिरेंद्र दास समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे.