तीन दिवसीय राजकीय इटखोरी महोत्सव शुरू
मुख्यमंत्री के नहीं आने से फीका-फीका रहा उद्घाटन समारोहप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, केवल एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही की वापसी?Jayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने […]
मुख्यमंत्री के नहीं आने से फीका-फीका रहा उद्घाटन समारोह
इटखोरी : तीन दिवसीय राजकीय इटखोरी महोत्सव का उद्घाटन समारोह फीका-फीका रहा. मुख्यमंत्री व कोई मंत्री को नहीं पहुंचने से उद्घाटन समारोह में तीन घंटे विलंब हुआ. शाम साढ़े पांच बजे सांसद सुनील सिंह ने समारोह का उद्घाटन किया. सीएम द्वारा दोपहर तीन बजे महोत्सव का उद्घाटन किया जाना था. तीन बजे जैसे लोगों को मुख्यमंत्री व सरकार के कोई भी प्रतिनिधि नहीं आने की सूचना मिली भीड़ कम होने लगी. महोत्सव में सीएम को नहीं आने का मलाल सांसद के संबोधन में दिखा.
पहली बार महोत्सव में इस तरह का देखने को मिला. महोत्सव में पूर्व वर्षों की भांति कम लोग पहुंचे थे. क्षेत्र के दोनों विधायक भी उद्घाटन समारोह से नदारद थे. दोपहर में क्षेत्र के विधायक गणेश गंझू व सदर विधायक जयप्रकाश सिंह भोगता को मंदिर में पूजा-अर्चना करते देखा गया. राजकीय महोत्सव में प्रतिनिधियों को नहीं पहुंचने से लोगों में निराशा व आक्रोश देखा गया. महोत्सव को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 15 दिनों से प्रचार- प्रसार जोर-शोर से किया जा रहा था.
जगह-जगह पर बड़े-बड़े बैनर लगाये गये थे. उद्घाटन समारोह में सीएम के अलावा स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, कला संस्कृति, राजस्व मंत्री अमर कुमार बाउरी को भी आना था. इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा सभी को निमंत्रण पत्र भेजा गया था. किन कारणों से उक्त लोग नहीं पहुंचे, इसको लेकर तरह-तरह की अटकलें लगायी जा रही है.
सुरक्षा के किये गये हैं पुख्ता इंतजाम
इटखोरी : राजकीय इटखोरी महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी. कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए तीन प्रवेश द्वार बनाये गये हैं. मुख्य व विशिष्ट अतिथियों के लिए मंदिर के पीछे वाले रास्ते से आने जाने की व्यवस्था की गयी थी. डीसी जितेंद्र कुमार सिंह व एसपी अखिलेश बी वारियर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते देखे गये. एसपी पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश देकर रवाना किये. मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों को ड्यूटी में तैनात रहने का निर्देश दिया.
कार्यक्रम स्थल से लेकर चौपारण-चतरा पथ, इटखोरी-जूही पथ के साथ मुख्य द्वार पर जवानों की तैनाती की गयी थी. जवान हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे. महोत्सव के दौरान महिलाओं की अधिक भीड़ होने से काफी संख्या में महिला पुलिस भी लायी गयी थी.