चौपारण : वतन की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात जवानों के साथ देश की 130 करोड़ जनता खड़ी है. देश के सारे विपक्षी दल पाकिस्तान के हरकतों एवं आतंकवादियों के खिलाफ है. किसी भी दल को जवानों की उपलब्धि का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उक्त बातें पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने रविवार को नीमा गांव में कहा.
उन्होंने लोक सभा चुनाव पर चर्चा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन की जरूरत है. विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है. कांग्रेस का दायित्व है कि विपक्षी दलों को साथ लेकर महागठबंधन बनाएं. 2 मार्च को रांची के मोराबादी मैदान में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड में 14 सीटों पर महागठबंधन की जीत होगी. पर मंच पर केवल झामुमो जेवीएम एवं राजद के नेता ही दिखाई पड़े.
जबकि वाम दल के एक भी नेता को बुलाया नहीं गया था. इसे महागठबंधन को नुकसान होगा. 2004 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था. गठबंधन में कांग्रेस, राजद, झामुमो एवं सीपीआई शामिल थी. उस वक्त गठबंधन ने 14 में से 13 सीटों पर विपक्षी दल की जीत हुई थी. भाजपा को मात्र एक सीट कोडरमा ही हाथ लगी थी. वह भी बाबूलाल मरांडी का अपना व्यक्तित्व का परिणाम था. बाकी सभी सीटों पर विपक्षी का पताका लहरा था. सीपीआई हजारीबाग लोकसभा सीट की मांग रखी है.
श्री मेहता ने कहा 1984 के बाद दो बार 1991 एवं 2004 में सीपीआई ने ही भाजपा को शिकस्त दी थी. इसलिए हजारीबाग लोकसभा सीट पर सीपीआई का दावा बनता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर हजारीबाग सीट सीपीआई के लिए नहीं छोड़ती है तो पार्टी विवश होकर छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा जायेगा. बैठक में अंचल सचिव सुखदेव सिंह, कृष्ण कुमार मेहता, मनोज रजक, किशोरी प्रसाद, दिगंबर भुइयां, मो जबार, नवाब खान, यमुना रविदास, नंद किशोर सिंह, सहित कई लोगों ने बैठक को संबोधित किया.