स्वच्छ भारत मिशन का हाल, मानगढ़ में अब भी 85 प्रतिशत लोग जाते हैं खुले में शौच

।। अजय ठाकुर ।। चौपारण : हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड के मानगढ़ पंचायत के एक गांव के 85 प्रतिशत लोग खुले में शौच जाने को विवश हैं. मानगढ़ 500 घर की बस्ती है. गांव के अधिकांश लोग कृषि पर आश्रित हैं. मानगढ़ सरकार की सूची में निर्मल ग्राम दर्ज है. गांव की यह तस्वीर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2019 5:29 PM

।। अजय ठाकुर ।।

चौपारण : हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड के मानगढ़ पंचायत के एक गांव के 85 प्रतिशत लोग खुले में शौच जाने को विवश हैं. मानगढ़ 500 घर की बस्ती है. गांव के अधिकांश लोग कृषि पर आश्रित हैं. मानगढ़ सरकार की सूची में निर्मल ग्राम दर्ज है. गांव की यह तस्वीर स्वच्छ भारत मिशन का पोल खोल रही है.
गांव के लोगों का मुख्य व्‍यवसाय कृषि एवं दैनिक मजदुरी है. जो स्वयं शौचालय का निर्माण अपने घरों में नहीं करा सकते हैं. इस गांव के घरों में शौचालय नहीं होने से मानगढ़ वासियों के लिए चिन्ता का विषय है. गांव के लोग शौचालय बनवाने की मांग प्रशासन से कर रहे हैं.

इन ग्रामीणों के घर में नहीं है शौचालय-मानकी महतो, इंद्रदेव महतो, मनोज पासवान, राजदेव महतो,नेपाल ठाकुर,जगदीश पासवान,मुकेश दांगी,शांति देवी,क्रांति देवी,सावित्री देवी,राजवंती देवी,बहादुर दांगी,हिरामन दांगी,गौरी दांगी,लक्ष्मण केसरी,उर्मिला देवी,सीताराम पासवान,लखन पासवान,कृश्णा दांगी,शिवनाथ महतो,संतोष पासवान,राजु पासवान,रामभजन ठाकुर,अशोक ठाकुर,ईश्वर ठाकुर,किशोरी ठाकुर,नर्सिंग ठाकुर,मीना देवी,रीना देवी,देवनाथ माली,द्वारिका दांगी,प्रियंका देवी,फुलवा देवी,चंचला देवी,वीणा देवी,नागों देवी,कौशल्य देवी,पंचरत्न ठाकुर जैसे कई घर मे शौचालय नही बना है.

* बुजुर्ग पिता को शौच कराने में होती है परेशानी – अशोक ठाकुर का घर बीच गांव में है. उनके पिता किसुन ठाकुर का उम्र 80 वर्ष हो चुका है. उम्र के हिसाब से उन्हें शौच के लिए बाहर ले जाने में काफी परेशानी होती है. यही हाल मनोज पासवान का है. उनके पिता जगदीश पासवान की उम्र 78 वर्ष है.

राजदेव महतो के पिता कमल महतो की उम्र 82 साल हो चुका है. वे चलने फिरने से असमर्थ है. उन्हें शौच करने समय बाहर ले जाने में उनके परिवार वालों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

* सूर्य उदय के पहले एवं सूर्यस्त के बाद शौच के लिए निकलती है महिलाएं – मानगढ़ की महिलाएं घर में शौचालय नहीं रहने के कारण सूर्य उदय के पहले एवं सूर्यास्त का बाट जोहते रहती हैं. सावित्री देवी ने कहा कि गांव की महिलाएं घर में शौचालय नहीं रहने के कारण सूर्य उदय के पहले ही शौच चली जाती हैं.वीणा देवी ने कहा कि दिन में खुले में शौच जाना महिलाओं के लिए मुमकिन नहीं है शौच जाने के लिए गांव की महिलाओं को सूर्यास्त होने का इंतजार करना पड़ता है.

* दिव्‍यांग महिलाओं को होती है परेशानी

दिव्‍यांग महिला उर्मिल देवी 65 वर्ष ने कहा कि उनका घर गांव के बीचों बीच में है. उर्मिला पैर से दिव्‍यांग है. उन्हें शौच जाने में काफी परेशानी होती है. यही हाल दिव्‍यांग वीणा देवी का है. गांव में कई ऐसे दिव्‍यांग है. जिनका घर में शौचालय नही है. मानगढ़ की आबादी करीबन 4500 के आसपास है.

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