दलित के अपमान को लेकर अनुसूचित जाति और जनजाति संघ ने लिया सड़क पर आंदोलन का निर्णय

बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड अनुसूचित जाति जनजाति संगठन ने बरही में दलितों के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने एवं यज्ञ में प्रवेश करने में रोक लगाने की कड़ी भर्त्सना की है. अनुसूचित जाति व जनजाति संघ ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि जातिवाद के नाम पर भेदभाव बरतने वाले को शीघ्र गिरफ्तार किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2019 10:15 PM

बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड अनुसूचित जाति जनजाति संगठन ने बरही में दलितों के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने एवं यज्ञ में प्रवेश करने में रोक लगाने की कड़ी भर्त्सना की है. अनुसूचित जाति व जनजाति संघ ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि जातिवाद के नाम पर भेदभाव बरतने वाले को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए, अन्यथा जिला ही नहीं पूरे झारखंड राज्य के अनुसूचित जाति जनजाति के लोग सड़क पर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जायेंगे.

बड़कागांव प्रखंड के प्रमुख राज मुन्नी देवी ने कहा कि बरही में दलित भाइयों के साथ जो भेदभाव की गयी है वह कानूनन अपराध है और अभद्र व्यवहार करने वाले को जो भी सहयोग कर रहे हैं वह भी अपराधी हैं. इसलिए जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि जाति के नाम पर भेदभाव करने वालों को शीघ्र गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए.

प्रखण्ड रविदास महासभा के महासचिव कृष्णा राम ने कहा कि बरही के लोगों का कहना है कि यज्ञ आचार्य के कहने पर दलितों के साथ गलत व्यवहार किया गया. इससे साबित हो गया है कि आज भी दलितों के साथ लोग भेदभाव कर रहे हैं. यह संविधान और लोकतंत्र का अपमान है. ऐसे अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करें. अन्यथा सड़क पर आंदोलन करने के लिए हम लोग मजबूर हो जायेंगे.

शिक्षक अशोक कुमार राम ने कहा है कि दलित भी मानव है और एक मानव के साथ अमानवीय व्यवहार करना जघन्य अपराध है. अध्यक्ष प्रभु राम ने कहा कि पूरा विश्व 21वीं सदी की दहलीज पर है. इसके बावजूद भी हम जातिवाद के नाम पर घोर अपमानित हो रहे हैं. यह भारत ही नहीं वैश्विक भाईचारा पर कुठाराघात है. नंदन किशोर भुंईया, बाल देव गंझू ने संयुक्त रूप से कहा कि बरही में यज्ञ में अपमानित करने वाले दलित के साथ भेदभाव बरतने वाले अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए.

तुरी समाज के युवा जिला अध्यक्ष लखन तुरी ने कहा कि यज्ञचार्य एवं उसका सहयोग करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जाए. इसके अलावे रितेश कुमार भोगता, बालेश्वर भुइयां, गुलाब राम, मुखिया सुकला तुरी, जितेंद्र कुमार तुरी, पसंस दिनेश्वर पासवान, बसंत पासवान, दिलीप रजक, बंशी पासवान, अनिकेत घासी, लालू रजवार, संतोष रजवार, कौलेस्वर गंझू, अशेस्वर राम, नेमधारी राम, पप्पू नायक, कुंवर करमाली, राजीव रंजन पूर्व पसंस, दर्शन रविदास, सतीश कुमार दास, गिरजा भुइयां, डॉ सुरेश राम ने जातिवाद के नाम पर अपमानित करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है.

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