चौपारण : प्रसव के बाद महिला की मौत, प्राइवेट क्लिनिक में बैठे सरकारी डाक्टर के साथ मारपीट

– परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप चौपारण : प्रखंड के सामुदायिक अस्पताल में कार्यरत डॉ धीरज कुमार के साथ शनिवार को मारपीट की गयी. घटना में डॉ धीरज को हल्की चोटें आयी हैं. डॉक्‍टर प्रसव के दौरान महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है. घटना उस समय घटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2019 9:20 PM

– परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप

चौपारण : प्रखंड के सामुदायिक अस्पताल में कार्यरत डॉ धीरज कुमार के साथ शनिवार को मारपीट की गयी. घटना में डॉ धीरज को हल्की चोटें आयी हैं. डॉक्‍टर प्रसव के दौरान महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है. घटना उस समय घटी जब डॉ धीरज आये दिनों की तरह पायल फार्मा प्राइवेट क्लिनिक में बैठकर रोगियों को देख रहे थे.

क्या है मामला : प्रखंड के चयखुर्द निवासी सोनी शबनम, पति- तनवीर रजा को प्रसव के लिए बुधवार को सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां प्रसव के बाद सोनी की स्थित बिगड़ गयी. उसे अत्‍यधिक ब्लिडिंग हो रही थी. आनन फानन में डॉक्‍टर ने उसे रेफर कर दिया. सोनी को बेहतर इलाज के लिए उसके परिजन दूसरे अस्‍पताल जा रहे थे. इसी क्रम में टोल प्लाज के पास सोनी की मौत हो गयी.

मौत के तीसरे दिन सोनी के परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया. जब उन्हें पता चला कि डॉ धीरज कुमार प्राइवेट क्लिनिक में है, तो उसके बाद वे लोग क्लिनिक के पास पहुंचकर हंगामा करने लगे. इतना ही नही कुछ लोग क्लिनिक के अंदर घुस गये और डाक्टर के साथ मारपीट की.

मेरी बेटी की मौत जिम्मेवार डॉ धीरज है

घटना के बाद सोनी शबनम के पिता कबिरुद्दीन ने डॉ धीरज कुमार के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराया है. उन्होंने अपने आवेदन में सोनी के मौत का जिम्मेवार डॉ धीरज को बताया है. उन्होंने कहा, इलाज में लापरवाही के कारण उनकी बेटी की मौत हुई है. डॉक्‍टर समय रहते रेफर कर दिये होते तो सोनी की मौत नहीं होती. डॉक्‍टर से घटना के बारे में पूछताछ करने आये थे. उनके साथ कोई अभद्र व्‍यवहार नहीं किया गया है.

आरोप गलत है : डॉ धीरज कुमार

डॉक्‍टर धीरज कुमार का कहना है कि सोनी को शाम करीब चार बजे अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. कुछ ही देर में प्रसव के बाद उसकी स्थित बिगड़ने लगी. ब्लिडिंग रुकने का नाम नहीं ले रहा था. उसके बाद उसे रेफर कर दिया गया. यह मामला बुधवार का है. उन्‍होंने कहा कि वे शनिवार को आये दिनों की तरह क्लिनिक में रोगियों को देख रहे थे. इसी बीच करीब 20-30 लोग आये और बिना कारण बताये गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे.

दवा दुकान पायल फार्मा के संचालक अरविंद कुमार ने बताया कि वे आये दिनों की तरह दवा काउंटर पर बैठे थे. इसी बीच उक्त लोग आये और क्लिनिक के अंदर बिना पूछे घुसकर डॉक्टर के साथ मारपीट करने लगे.

मौके पर पहुंची पुलिस : सूचना पाते ही थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे. बड़ी मशक्कत के बाद हंगामा शांत हुआ. उन्‍होंने कहा कि दोनों तरफ से आवेदन आया है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

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