बरकट्ठा : मनरेगा योजना का टेस्ट ऑडिट करने आये बीआरपी की संदेहास्पद स्थिति में मौत
बरकट्ठा : बरकट्ठा में मनरेगा कार्य योजना का टेस्ट ऑडिट करने आये अधिकारी की रात में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गयी. ऑडिटर बीआरपी पंकज उरांव (25 वर्ष), पिता- विष्णु उरांव ग्राम शिवरामपुर, थाना- घाघरा, गुमला निवासी का शव उनके कमरे में मृत अवस्था में पड़ा मिला. घटना की जानकारी सहयोगी बीआरपी दिनेश यादव को […]
बरकट्ठा : बरकट्ठा में मनरेगा कार्य योजना का टेस्ट ऑडिट करने आये अधिकारी की रात में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गयी. ऑडिटर बीआरपी पंकज उरांव (25 वर्ष), पिता- विष्णु उरांव ग्राम शिवरामपुर, थाना- घाघरा, गुमला निवासी का शव उनके कमरे में मृत अवस्था में पड़ा मिला. घटना की जानकारी सहयोगी बीआरपी दिनेश यादव को सबसे पहले लगी.
शुक्रवार की सुबह सहयोगी मनरेगा बीआरपी ऑडिटर दिनेश यादव जब पंकज उरांव को जगाने गये तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. दिनेश यादव ने तत्काल इसकी सूचना बरकट्ठा सीओ सह बीडीओ निर्मल सोरेन को दी. चिकित्सक डॉ कार्तिक उरांव ने मौके पर पहुंचकर पंकज उरांव की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
मामले कि सूचना मिलते ही बरही एसडीओ राजेश्वर नाथ आलोक ने घटनास्थल पहुंचकर जानकारी प्राप्त की. जानकारी हो कि पंकज उरांव बरकट्ठा उत्तरी पंचायत क्षेत्र में चल रही मनरेगा कार्य योजना की टेस्ट ऑडिट करने तीन अन्य लोगों के साथ बरकट्ठा आये हुये थे. टीम में बीआरपी दिनेश यादव, ग्राम जमशेदपुर, वीआरपी कुमारी मंजु कमकार एवं अंजू बारी दोनों खरसांवा निवासी पिछले 21 जुलाई से प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित पंचायत सचिवालय भवन में रह रहे थे.
मृतक के सहकर्मियों ने बताया कि पंकज उरांव रात में खाना खाकर सोये और सोये ही रह गये. इसी दौरान उनकी मौत हो गयी. सुबह जब लोगों ने उन्हें जगाने का प्रयास किया तो पता चला कि पंकज की मौत हो चुकी है. इस बाबत बरकट्ठा थाना ने यूडी केस दर्ज करते हुये मृतक के शव को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया.
पुलिस निरीक्षक व चिकित्सकों ने बताया कि प्रथम दृष्टया पंकज उरांव की मौत का कारण हार्ट अटैक हो सकता है. वैसे अंत्यपरीक्षण का रिर्पोट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकता है.