एनटीपीसी क्षेत्र में गैरमजरूआ जमीन की अवैध बंदोबस्ती एवं मुआवजा भुगतान की जांच पुनः शुरू

बड़कागांव : एनटीपीसी पकरी बरवाडीह को परियोजना अधिग्रहण क्षेत्र में सरकारी जमीन की गलत तरीके से खरीद बिक्री की शिकायत पर एसआईटी की टीम ने जांच की थी. इसमें कई सरकारी अफसर, कर्मचारी के अलावा दलाल की मिलीभगत से सरकारी जमीन बेचने का मामला प्रकाश में आ रहा है. एसआईटी टीम के रिपोर्ट के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2019 9:07 PM

बड़कागांव : एनटीपीसी पकरी बरवाडीह को परियोजना अधिग्रहण क्षेत्र में सरकारी जमीन की गलत तरीके से खरीद बिक्री की शिकायत पर एसआईटी की टीम ने जांच की थी. इसमें कई सरकारी अफसर, कर्मचारी के अलावा दलाल की मिलीभगत से सरकारी जमीन बेचने का मामला प्रकाश में आ रहा है. एसआईटी टीम के रिपोर्ट के बाद हजारीबाग जिला प्रशासन नेे हरकत में आते हुए जांच फिर से आरंभ कर दी है.

इस आलोक में जिला अपर समाहर्ता दिलीप तिर्की, अपर समाहर्ता भू हदबंदी प्रदीप तिग्गा के नेतृत्व में एक टीम बड़कागांव प्रखंड सह अंचल कार्यालय पहुंचकर संबंधित भूमि के संचिकाओं की जांच मेंगैरमजरूआ जमीन की बंदोबस्ती की तिथि, निबंधन की तिथि, रसीद निर्गत की तिथि, इस तिथि के बीच किन-किन पदाधिकारी राजस्व कर्मचारी का कार्यकाल सहित अन्य बिंदुओं पर जांच की गयी.

जिला जांच टीम का सहयोग अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार सहित प्रखंड सह अंचल स्तरीय अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी सहयोग किया. इस अवसर पर जिला के दोनों अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि एनटीपीसी पंकरी बरवाडी कोल माइन्स परियोजना के पोषक क्षेत्र में एसआईटी की टीम ने राजस्व गांव चिरूडीह, उरुब, ढेंगा, पंकरीबरवाड़ी आदि गांव के लगभग 700 एकड़गैरमजरूआ जमीन को अवैध तरीके से बंदोबस्त, अवैध तरीके से मुआवजा राशि भुगतान होने की रिपोर्ट सरकार को दी गयी है.

इस रिपोर्ट को पुनः तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा आज पहले चरण की संचिकाओं की जांच शुरू की गयी है. तीन सदस्यीय टीम में उक्त जिला पदाधिकारियों सहित बड़कागांव अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह भी शामिल हैं. ज्ञात हो कि कई शिकायत के बाद एसआईटी की टीम को जांच करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी.

एसआईटी की टीम ने इस मामले को जांच करते हुए गड़बड़ी होने की रिपोर्ट सरकार को भेजी है. इस जांच में बड़कागांव अंचल के कई पूर्व अंचलाधिकारी सहित अधिकारी, राजस्व कर्मचारी एवं बिचौलिया की संलिप्तता होने की बात सामने आ रही है.

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