– ग्रामीणों के चंगुल से अर्द्ध विक्षिप्त को बचाती पुलिस
चौपारण : प्रखंड के चैथी एवं नगवां गांव के बीच मॉब लिंचिंग की घटना होते-होते रह गयी. पुलिस की चौकसी और प्रयास के बाद अर्द्ध विक्षिप्त की जान बच सकी. सूचना पर त्वरित हरकत में आये थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये और ग्रामीणों के भीड़ के बीच फंसे युवक को अपने कब्जे में कर थाने ले गयी.
रोड पर गाना गाते गुजर रहा था युवक : ग्रामीणों की भीड़ का शिकार बना युवक मो शेरू (28 वर्ष) पिता- मो छोटन कहीं और का नहीं, बल्कि चौपारण के चयकला गांव का ही रहने वाला है. शेरू जन्म से अर्द्ध विक्षिप्त है. वह दो दिन पहले घर से निकला था. शुक्रवार को वह चैथी मोड़ से नगवां वाली सड़क से ताड़ी वाली गाना गाते गुजर रहा था. इसी बीच कुछ लोगों का ध्यान उसके ऊपर गया.
उसे रोककर कुछ युवक नाम और घर पूछ ही रहे थे कि भीड़ में शामिल किसी ने उसे बच्चा चोर बोल दिया. यह बात आग की तरह फैल गयी. देखते ही देखते शेरू पर भारी भीड़ टूट पड़ी. इसी बीच किसी ने चयकला के मुखिया मो सफाल को फोन किया तो किसी ने थाना को फोन कर दिया. शेरू पर भीड़ का कहर शुरू ही हुआ था कि पुलिस पहुंच गयी.
थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह ने बताया कि भीड़ को समझा बुझाकर युवक को थाना लाया गया था. उसके घर वालों को बुलाकर शेरू को उन्हें सौंप दिया गया. शेरू के पिता के मुताबिक शेरू जन्म से अर्द्ध विक्षिप्त है. श्री सिंह ने कहा कि अफवाह से बचें. कानून को अपने हाथ में लेने का प्रयास ना करें. किसी प्रकार की अफवाह की सूचना पुलिस को दें.
चौपारण में बच्चा चोर की अफवाह के बाद पिटाई की यह दूसरी घटना है. इससे पहले रामपुर पंचायत के वृंदा गांव में भी ऐसी ही अफवाह फैली थी. लेकिन गांव के कुछ लोगों की सूझबूझ एवं पुलिस की तत्परता से घटना टल गयी थी.