हजारीबाग : दो सौ रुपये चुराने के आरोप में जब साहेब और उनकी पत्नी ने नौकरानी को इस्तिरी से दागा

हजारीबाग : दो सौ रुपये चुराने के आरोप में साहेब और उनकी पत्नी ने मेरी पिटाई की, बाल नोचे. इससे भी जब मन नहीं भरा तो गरम इस्तिरी (इलेक्ट्रिक आयरन) से मुझे कई जगह दाग दिया. मैं दर्द से चिल्ला रही थी, पर उन्हें मुझ पर दया नहीं आयी. इसके बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2019 5:17 AM
हजारीबाग : दो सौ रुपये चुराने के आरोप में साहेब और उनकी पत्नी ने मेरी पिटाई की, बाल नोचे. इससे भी जब मन नहीं भरा तो गरम इस्तिरी (इलेक्ट्रिक आयरन) से मुझे कई जगह दाग दिया. मैं दर्द से चिल्ला रही थी, पर उन्हें मुझ पर दया नहीं आयी.
इसके बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी, तो घर पर ही रख कर चोरी छुपे झोला छाप डॉक्टर से मेरा इलाज कराया जाने लगा. जब मेरी स्थिति बहुत बिगड़ गयी, तो सदर अस्पताल में लाकर मुझे भर्ती करा दिया गया. यह आरोप एक नाबालिग किशोरी ने बड़कागांव के बीडीओ राकेश कुमार व उनकी पत्नी पर लगाया है.
उनके यहां वह नौकरानी का काम कर रही थी. पीड़िता बड़कागांव पतरा के सौहदी कोयलांग की रहनेवाली है. इधर बीडीओ का आरोप है कि वह पैसे चुराती थी. उसने 200 रुपये की चोरी की थी, तो उसके साथ डांट-फटकार की थी. मारपीट करने का आरोप निराधार है. लेकिन किशोरी के शरीर पर जलने के दाग सच्चाई बयां कर रहे थे.
क्या है मामला : अस्पताल में इलाज करा रही पीड़िता ने बताया कि वह चार माह से बीडीओ के यहां काम कर रही थी. करमा पर्व पर उसे घर पैसा भेजना था. उसने जब साहब से 200 रुपये की मांग की, तो उन्होंने पैसा नहीं दिया. इसके बाद उसने रुपये चुरा लिये. साहेब व मेम साहेब ने जब पैसा के बारे में पूछा, तो उसने चोरी की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद दोनों ने मिल कर पहले उसकी पिटाई की, फिर गर्म आयरन से दागा.
बात नहीं फैले, इसके लिए एक लाख रुपये बीडीओ ने दिये : पीड़िता ने बताया कि उसकी स्थिति बिगड़ने पर साहब ने अपने आवास पर ही मुझे रख कर झोला छाप डॉक्टरों से इलाज कराया. जब स्थिति नहीं सुधरी, तब बीडीओ ने उसे काम पर रखवानेवाले विपिन महतो को बुलाकर सौंप दिया. घायल के पिता तीनतुश लकड़ा ने बताया कि बीडीओ ने इलाज के लिए एक लाख रुपये दिये . वेल्लोर में इलाज कराने का आश्वासन भी दिया था.
बड़कागांव के बीडीओ व उनकी पत्नी पर आरोप
किशोरी मेरे यहां काम करती थी, लेकिन वह काम करने के योग्य नहीं थी. वह हमेशा पैसे चुराती थी. उसे समझाने के लिए सिर्फ डांटा गया था. मुझ पर लगाया गया आरोप निराधार है.
राकेश कुमार, बीडीओ बड़कागांव
इस तरह की घटना की जानकारी मुझे नहीं है. जानकारी मिलने पर मामले में गंभीरता बरती जायेगी. भुवनेश प्रताप सिंह, डीसी, हजारीबाग

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