लीड… विभावि की पहचान विश्वस्तर पर होगी
फ्लैग…सीनेट की 12वीं बैठक में कुलपति प्रो गुरदीप सिंह ने कहा2हैज1 में- सीनेट को संबोधित करते कुलपति प्रो गुरदीप सिंह व उपस्थित लोग. हजारीबाग. विनोबा भावे विश्वविद्यालय सीनेट की 12वीं बैठक शनिवार को कुलपति प्रो गुरदीप सिंह की अध्यक्षता में विज्ञान भवन के आर्याभट सेमिनार हॉल में हुई. कुलपति समेत अन्य पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के […]
फ्लैग…सीनेट की 12वीं बैठक में कुलपति प्रो गुरदीप सिंह ने कहा2हैज1 में- सीनेट को संबोधित करते कुलपति प्रो गुरदीप सिंह व उपस्थित लोग. हजारीबाग. विनोबा भावे विश्वविद्यालय सीनेट की 12वीं बैठक शनिवार को कुलपति प्रो गुरदीप सिंह की अध्यक्षता में विज्ञान भवन के आर्याभट सेमिनार हॉल में हुई. कुलपति समेत अन्य पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के पहले संत विनोबा भावे की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सेमिनार हॉल के अंदर दीप प्रज्ज्वलन एवं विभावि के कुलगीत से सीनेट की कार्रवाई शुरू हुई. कुलपति ने सीनेट को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा उद्देश्य है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय को विश्वस्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में पहचान दिलाऊं. इसके लिए मैं आनेवाले दिनों में उद्देश्य प्राप्ति को प्राथमिकता के तौर पर लिया हूं. हमें समय के साथ बदलना है. वृहद शैक्षणिक वातावरण बनाने के लिए हम सभी लोगों को वचनबद्ध होना होगा. सिस्टम का पालन करते हुए हम विकास कर सकते हैं. शैक्षणिक क्षेत्र एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ाने के लिए नये पाठ्यक्रम खोलने होंगे. कुलपति ने कहा कि बहुत जल्द इंवारमेंटल साइंस एंड इंजीनियरिंग, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, टूरिज्म एंड हॉस्पीटलीटी जैसे नये पाठयक्रम खोलने की जरूरत है. उच्च शिक्षा के लिए डिस्टेंस एजुकेशन जरूरी है. इसके लिए निदेशक की नियुक्ति की गयी है. यूजीसी के तहत पीएचडी नियमावली में आवश्यक संशोधन कर लिया गया है. रिसर्च सेल में उनलोगों को रखा जायेगा जिनका प्रदर्शन अच्छा हो. विभावि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) पर भी काम कर रही है. इसके लिए रूसा सेल का गठन किया गया है. इसके नोडल पदाधिकारी भी बनाये गये हैं. विभावि में सभी प्रशासनिक कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए सभी कार्यों को ऑनलाइन करने पर काम चल रहा है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी विभाग एवं कॉलेजों में इंटरनल क्वालिटी इंश्योरेंस सेल का गठन होना चाहिए. जिससे नैक कराने में सहुलियत होगी. नैक होने से करोड़ों का ग्रांट विभाग एवं कॉलेजों को मिलेगा. जिस प्रकार शिक्षकों को समय पर वेतन मिलता है, उसी प्रकार विद्यार्थियों की भी परीक्षाएं समय पर हो. इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. कॉलेजों को संबंधन देने के मामले में स्पष्ट नीति अपनायी जा रही है. कॉलेज संबंधन के लिए शर्त को पूरा करेंगे, तो उन्हें संबंधन देने में कोई परेशानी नहीं होगी. विभावि परिसर सहित कॉलेजों में आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए पहल शुरू कर दी गयी है. बिजली, साफ-सफाई, पानी एवं विद्यार्थियों की सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है. आपस में मिलजुल कर समस्याओं को दूर किया जायेगा. विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों की समस्याओं को निबटाने के लिए सीटी ग्राम का गठन कर दिया गया है. विभावि में कॉरप्स फंड बनाया जा रहा है. इससे आकस्मिक समस्या एवं असाध्य बीमारी में कर्मचारियों को मदद पहुंचायी जायेगी. विभावि परिसर में स्थित गेस्ट हाउस एवं कैटिन को जल्द शुरू किया जायेगा. उद्देश्य प्राप्ति के लिए पहल शुरू कर दी गयी है. परिसर में समतलीकरण का कार्य एवं वन महोत्सव के तहत पौधरोपण शुरू किया गया है. विज्ञान भवन में छात्राओं का कॉमन हॉल एवं शौचालय का मरम्मत कराया जा रहा है.