संजय सागर
बड़कागांव : लगातार तीन दिन की बारिश ने झारखंड के किसानों की कमर तोड़ दी है. तीन दिन पहले धान की अच्छी फसल से जहां किसान उत्साहित थे, अब बेहद मायूस हैं. बड़कागांव के किसानों को उम्मीद थी कि इस बार बम्पर पैदावार होगी. कुछ ने फसल बेचकर बेटी की शादी करने की सोची थी, तो किसी ने बेटे की फीस भरने की योजना बनायी थी. कुछ किसान फसल बेचकर घर बनाने की तैयारी कर रहे थे.
लगातार हो रही बरसात ने उनकी तमाम योजनाओं पर पानी फेर दिया. धान की फसल सड़ रही है. खेतों में लगी रबी फसल बर्बाद हो गयी. सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को भी भारी नुकसान हुआ है. बड़कागांव के किसानों ने टमाटर, आलू, बैंगन, मिर्च आदि की खेती की थी, जिसे बेमौसम बरसात ने बर्बाद कर दिया.
बह गयी नदी किनारे लगी धान की फसल
तीन दिन तक लगातार हुई वर्षा से नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया. फलस्वरूप नदी के किनारे लगी धान, शकरकंद, भिंडी, टमाटर, मिर्च आदि की फसल बह गयी. कुछ इलाकों में एक सप्ताह से बारिश हो रही है, जिसने खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. दूसरी तरफ, वर्षा की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. ठंड का प्रकोप बढ़ गया है.