भ्रष्ट अधिकारियों पर सरकार ने की कार्रवाई, हजारीबाग के टैक्स अफसर समेत 21 जबरन हुए रिटायर
नयी दिल्ली : सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने के अभियान के पांचवें चरण में हजारीबाग के टैक्स अधिकारी समेत आयकर विभाग के 21 अधिकारियों को समय से पहले रिटायर कर दिया है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवा नियमावली […]
नयी दिल्ली : सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने के अभियान के पांचवें चरण में हजारीबाग के टैक्स अधिकारी समेत आयकर विभाग के 21 अधिकारियों को समय से पहले रिटायर कर दिया है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवा नियमावली के तहत अधिकारियों को भ्रष्टाचार और दूसरे आरोपों में अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर भेज दिया है. इस बार जिन अधिकारियों को निकाला गया है, उनमें सीबीडीटी के मुंबई कार्यालय के तीन और ठाणे के दो अधिकारी शामिल हैं.
अन्य अधिकारी विशाखापत्तनम, हैदराबाद, राजमुंदरी, हजारीबाग, नागपुर, राजकोट, जोधपुर, माधोपुर, बीकानेर, इंदौर और भोपाल में तैनात थे. जिन अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी गयी है, उनमें आधे से ज्यादा अधिकारियों को सीबीआइ ने कथित रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. इनमें से एक अधिकारी को 50,000 रुपये की घूस लेते पकड़ा गया था. एक अधिकारी के बैंक लॉकर में कथित 20 लाख से ज्यादा की नकदी मिली थी, जबकि ठाणे में तैनात एक अधिकारी ने अपने और पत्नी के नाम पर 40 लाख की चल और अचल संपत्ति अर्जित की थी.
85 टैक्स अधिकारियों को किया गया है बाहर
इस साल जून के बाद से यह पांचवां मौका है, जब सरकार ने भ्रष्ट कर अधिकारियों को नौकरी से निकाला है. इसी के साथ 85 टैक्स ऑफिसर्स को बाहर किया जा चुका है, इनमें 64 उच्चस्तर के अधिकारी थे. इन उच्चस्तरीय अधिकारियों में 12 सीबीडीटी के थे.