पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने की हजारीबाग में त्रिवेणी सैनिक के जीएम की हत्या
रांची/हजारीबाग : झारखंड के उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) ने हजारीबाग में त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम की हत्या की जिम्मेदारी ली है. बुधवार की रात करीब 9:15 बजे जेनरल मैनेजर गोपाल सिंह की हत्या के बाद गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) सुबह पीएलएफआइ ने पत्रकारों के नाम एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर […]
रांची/हजारीबाग : झारखंड के उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) ने हजारीबाग में त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम की हत्या की जिम्मेदारी ली है. बुधवार की रात करीब 9:15 बजे जेनरल मैनेजर गोपाल सिंह की हत्या के बाद गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) सुबह पीएलएफआइ ने पत्रकारों के नाम एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ली.
इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि हजारीबाग स्थित त्रिवेणी कंपनी के जीएम की हत्या की जिम्मेदारी संगठन लेता है. हत्या की वजह भी संगठन ने बतायी है. कहा है कि गरीब किसानों की जमीन पर कब्जा, खेतों में बुलडोजर चलवाने और बाहरी लोगों को कंपनी में नौकरी दिये जाने की वजह से पीएलएफआइ ने यह कार्रवाई की है.
दिनेश गोप के हस्ताक्षर से जारी इस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि पीएलएफआइ के सुप्रीमो के नाम से करोड़ों रुपये की वसूली की गयी है. पीएलएफआइ प्रमुख को एक महीने के अंदर जान से मार डालने की धमकी दी गयी थी. इसलिए पार्टी ने जीएम की हत्या करवायी.
उल्लेखनीय है कि त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम गोपाल सिंह की ऑटो पर सवार अज्ञात अपराधियों ने शहर के जुलू पार्क में गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले थे. यहां मटवारी में किराये के मकान में रहते थे. गोली लगने के बाद गंभीर हालत में उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जीएम गोपाल सिंह हत्याकांड की जांच में सदर थाना की पुलिस जुट गयी है. गोपाल सिंह के परिजनों ने बताया कि वह बुधवार को ही दिल्ली से लौटे थे. जुलू पार्क में किसी से मिलने के बाद वह घर लौट रहे थे. इसी दौरान रास्ते में उनकी हत्या कर दी गयी. गोपाल सिंह की हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है.