संजय सागर, बड़कागांव
कांग्रेस की नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद विधायक बनने के बाद पहली बड़कागांव आने पर महागठबंधन के कांग्रेस, झामुमो, राजद के कार्यकर्ताओं सहित समर्थकों ने बैंजो पार्टी, फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया. जुलूस की शुरुआत बरवाडीह से शुरू की गयी. देखते ही देखते जुलूस में जनसैलाब उमड़ पड़ा. भीड़ इतनी थी कि 500 मीटर तक सड़कों पर लोगों की भीड़ देखी गयी. रिकॉर्डिंग गीत व बैंजो ताशा के थाप पर कार्यकर्ता झूम रहे थे. कुछ कार्यकर्ता आतिशबाजी भी कर रहे थे.
भीड़ के बीचों-बीच अंबा प्रसाद सभी का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए आगे बढ़ रही थीं. समर्थक गेंदा फूल देकर भी अभिवादन कर रहे थे. अंबा प्रसाद के साथ उनके भाई सुमित प्रसाद, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे, दशरथ कुमार, मो दिलदार अंसारी, मो शेखब्दुल्लाह, विधायक प्रतिनिधि कौलेश्वर राम, संजय कुमार महतो थे. जुलूस में अंबा प्रसाद जिंदाबाद, हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे लग रहे थे.
जुलूस का नेतृत्व
जुलूस का नेतृत्व कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे, विधायक प्रतिनिधि संजय कुमार महतो, कालेश्वर राम, सुरेश महतो, जगतनंदन प्रसाद गुप्ता, हाजी तबस्सुम, मो बाबर, नरसिंह तूरी, पंकज गुप्ता, मो शमशेर, जमाल सगीर, मोशेख अब्दुल्ला, रविंद्र गुप्ता, विजय ठाकुर, यदुवीर साव, धनु प्रसाद निराला नवीन, ठाकुर मनोज ठाकुर, आजाद कुमार राम, चंदर साव, दिनेश्वर राम पासवान, आनंद कुमार महतो, अशोक सिंह, संजय सिंह, रोहित सिंह, गौतम विश्वकर्मा, आदि ने किया.
जुलूस ने एम्बुलेंस को तुरंत दिया रास्ता
अंबा प्रसाद के विजय जुलूस में आदर व अनुशासन दिखा. कार्यकर्ता व समर्थक अनुशासन का ख्याल करते हुए जुलूस निकाल रहे थे. अपराह्न दो बजे जब जुलूस बड़कागांव मुख्य चौक से होते हुए गुजर रहा था, उस दौरान बड़कागांव अस्पताल से एक एंबुलेंस आ रहा था तो जुलूस में शामिल हजारों भीड़ ने उस एंबुलेंस को आगे जाने के लिए पास दिया.
मेरी जीत नहीं बल्कि जनता की जीत है : अंबा प्रसाद
नवनिर्वाचित युवा विधायक अंबा प्रसाद ने बड़कागांव की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरी जीत नहीं, बल्कि बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की जनता की जीत है. जिस उम्मीद के साथ जनता ने मुझे आशीर्वाद दिया है, मैं उसी उम्मीद पर खरा उतरकर जन कल्याण व विकास का काम करूंगी. क्षेत्र की जनता ने पहले मेरे पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को काफी प्यार और आशीर्वाद दिया. हमारे पिताजी ने क्षेत्र की जनता के हक और अधिकार के लिए आंदोलन करते रहे. विकास करते रहे. लेकिन षड्यंत्र के तहत उन्हें जेल भेज दिया गया. इसके बावजूद भी वह हार नहीं माने. क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में काम आते रहे.
इसके बाद क्षेत्र की जनता प्यार व सम्मान मेरी मां तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को मिला. तभी मेरी मां क्षेत्र के विधायक बन पाई. तत्कालीन निर्मला देवी भी विधानसभा क्षेत्र की जनता की हक और अधिकार के लिए आंदोलन के लिए पीछे नहीं हटी. विकास के साथ-साथ लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहीं. लेकिन राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें भी राज्य बदर कर दिया गया. इसके बाद क्षेत्र में विकास की गति रुके नहीं इसलिए मैंने यूपीएससी छोड़कर जनता की सेवा के लिए राजनीति में कदम रखा और आज क्षेत्र की जनता ने मुझे आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजने का काम किया है.