बरकट्ठा : हजारीबाग जिले के सलैया में कुम्हार टोला निवासी मणि साव (70) और उनकी पत्नी डोमनी देवी (65) की गुरुवार रात दम घुटने से मौत हो गयी. दोनों रात को अपने कमरे में बोरसी जला कर सो रहे थे और कमरा बंद था. बोरसी का धुआं बाहर नहीं निकल पाया और दोनों का दम घुट गया. घरवालों को घटना की जानकारी शुक्रवार सुबह मिली. मृतक के पुत्र विनोद कुमार साव ने बताया कि उनके माता-पिता ने गुरुवार रात खाना खाया. इसके बाद मिट्टी और बने खपरैल के मकान में सोने चले गये. पिता चारपाई पर सोये थे, जबकि मां जमीन पर बिछावन लगा कर सोयी थीं. दोनों ने ठंड से बचने के लिए चारपाई के नीचे बोरसी में आग जला कर रखी थी.
कमरा बंद होने के कारण बोरसी से निकला धुआं और जहरीली गैस पूरे कमरे में फैल गयी और दम घुटने से दोनों की मौत हो गयी. बोरसी की आग ने चारपाई को भी चपेट में ले लिया, जिससे उनके पिता के दोनों पैर झुलस गये. शुक्रवार सुबह काफी देर तक माता-पिता कमरे से बाहर नहीं निकले, तो घरवालों ने आवाज लगायी. लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद घरवालों ने दरवाजा तोड़ा, तो देखा कि दोनों को मृत पड़े थे. घटना की सूचना मिलने पर बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव और पंसस रिंकी देवी मौके पर पहुंचे थे.