हजारीबाग. जैन धर्मावलंबियों के पर्यूषण महापर्व बुधवार को पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया गया. बुधवार की सुबह दोनों दिगंबर जैन मंदिरों में सामूहिक अभिषेक पूजन किया गया. मौके पर मुनि श्री 108 शुभम कीर्ति जी महाराज ने कहा कि विधान का अर्थ महापूजा है. जिसमें विधान सहित मंत्रोच्चारण के साथ परमात्मा से तारतम्य स्थापित किया जाता है. इस विधान व विश्व शांति यज्ञ में भगवान से प्राणी मात्र के लिए विश्व शांति की कामना करते हैं.महाआरती में जुट रही है भीड़ : बड़ा बाजार दिगंबर मंदिर में आयोजित 13 दीप महामंडल विधान व विश्व शांति महायज्ञ में विभिन्न पात्र अपनी भूमिका निभा रहे हैं. मुख्य पात्र सौ धर्म इंद्र के रूप में प्रताप छाबड़ा, इंद्राणी मधु छाबड़ा, इशान इंद्र में मदनलाल पाटनी व सुलोचना पाटनी, माहेंद्र में धर्म चंद विनायका व उषा विनायका, लान्तव इंद्र व इंद्राणी में नेमी चंद अजमेरा व पुष्पा अजमेरा, विधान के महायज्ञ नायक कैलाश गंगवाल व इंद्राणी चंद्रक ला गंगवाल के नाम शामिल हैं. ध्वजारोहण सुरेश पाटोदी ने किया. संध्या में महा आरती में काफी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं. जैन युवा परिषद,जैन महिला समाज, जैन महिला समिति की ओर से प्रतिदिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहा रहा है. जिसमें अध्यात्म की खुशबू बिखर रही है. मीडिया प्रभारी विजय लोहाडि़या ने बताया कि चार सितंबर को सुगंध दशमी भक्ति भाव से मनाया जायेगा.
Advertisement
जैन मंदिरों में हुआ सामूहिक अभिषेक पूजन
हजारीबाग. जैन धर्मावलंबियों के पर्यूषण महापर्व बुधवार को पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया गया. बुधवार की सुबह दोनों दिगंबर जैन मंदिरों में सामूहिक अभिषेक पूजन किया गया. मौके पर मुनि श्री 108 शुभम कीर्ति जी महाराज ने कहा कि विधान का अर्थ महापूजा है. जिसमें विधान सहित मंत्रोच्चारण के साथ परमात्मा […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement