लीड…पूछताछ के बाद जेल भेजे गये योगेंद्र साव

18हैज4में- सदर अस्पताल में योगेंद्र साव का इलाज करते डॉक्टर.हजारीबाग. रिमांड पर लिये गये पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव से पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें शनिवार को जेल भेज दिया गया. श्री साव को सीआइडी ने 17 अक्तूबर को दो दिनों के रिमांड पर लिया था. मुफस्सिल थाना में पूछताछ सुबह आठ बजे से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2014 11:02 PM

18हैज4में- सदर अस्पताल में योगेंद्र साव का इलाज करते डॉक्टर.हजारीबाग. रिमांड पर लिये गये पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव से पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें शनिवार को जेल भेज दिया गया. श्री साव को सीआइडी ने 17 अक्तूबर को दो दिनों के रिमांड पर लिया था. मुफस्सिल थाना में पूछताछ सुबह आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक चली. इसके बाद सीआइडी ने पूर्व कृषि मंत्री को इलाज के लिए सदर अस्पताल लायी. जहां उनकी आंख की जांच डॉ उमेश कुमार,कान और ब्लड प्रेशर की जांच सीएस डॉ धर्मवीर ने की. जांच में उच्च रक्तचाप पाया गया. पूर्व कृषि मंत्री का इलाज सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ घंटे तक चला. इलाज के बाद पूर्व मंत्री को मुफस्सिल थाना लाया गया. शाम पांच बजे योगेंद्र साव से पूछताछ पूरी होने के बाद सीआइडी ने कोर्ट में प्रस्तुत किया. जहां से वापस जेल भेज दिया गया. मामले के अनुसंधानकर्ता सीआइडी के एएसपी पूछताछ कर रहे थे. सीआइडी ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से 30 सवाल पूछे. कई सवालों का जवाब योगेंद्र साव ने दिया. सीआरपीसी की धारा 161 के तहत योगेंद्र साव के बयान की प्रति सीआइडी ने कोर्ट को समर्पित किया है. सीआइडी ने योगेंद्र साव को रिम्स में इलाज कराने के लिए आदेश मांगा. जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. सीआइडी ने योगंेद्र साव से सवाल पूछा कि पिपरवार कोल डंप पर कब्जा करने और टंडवा के उप प्रमुख बबलू मुंडा की हत्या क्यों करवाना चाहते थे. टाइगर ग्रुप और झारखंड आंदोलन संगठन के संचालन का उद्देश्य क्या था. इसके अतिरिक्त मामले से जुड़े लगभग 30 मुद्दों पर पूछताछ हुई.बाक्स में लेना हैचुनाव के पूर्व उलझाने की साजिश है : योगेंद्र सावहजारीबाग. सदर अस्पताल में शनिवार को पूर्व कृ षि मंत्री योगेंद्र साव को इलाज के लिये लाया गया. इलाज के बाद श्री साव मीडिया से बातचीत की. पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कहा कि मेरे ऊपर लगाये जा रहे आरोप गलत हैं. उन्होंने कहा कि मैं जमींदार का बेटा हूं. हजारों एकड़ जमीन का मालिक हूं. मेरी दो माइंस व दो फैक्ट्रियां चल रही है. लेवी और फिरौती क्यूं लूंगा. पैसे की भूख रहती तो 18 करोड़ रुपये विधायक मद से कमीशन लेकर पैसा कमा लेता. उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव से पूर्व उलझाने और चुनाव से बाहर रखने की साजिश है. बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र को लूटने का षडयंत्र रचा गया है. जिसके तहत मुझे फंसाया गया है. श्री साव ने कहा कि बड़कागांव विधानसभा की जनता जानती है कि योगेंद्र साव क्या है. लेवी व फिरौती वसूलनेवाला खुलेआम घूम रहा है. जनता जान रही है कि फिरौती का रुपया कहां जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता चाहेगी तो चुनाव लड़ूंगा. कोल माइंस कंपनियोंका विरोध करने के कारण आंख और कान गंवाया. शरीर व जान बड़कागांव की जनता के लिए है. मेरी माइंस और फैक्ट्रियां दोनों वैध तरीके से चलायी जा रही है.

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