2008 से ही क्षेत्र में सक्रिय था चेतलाल
चौपारण. टीपीसी के हाथो इटखोरी व चौपारण के सीमा पर मारा गया माओवादी एरिया कमांडर चेतलाल यादव 2008 से इस क्षेत्र में सक्रिय था. स्व यादव सात साल के सफरनामे में इस क्षेत्र में न केवल संगठन का विस्तार किया था, बल्कि कई घटनाओं को अंजाम दे चुका था. एमसीसी के पूर्व एरिया कमांंडर विशाल […]
चौपारण. टीपीसी के हाथो इटखोरी व चौपारण के सीमा पर मारा गया माओवादी एरिया कमांडर चेतलाल यादव 2008 से इस क्षेत्र में सक्रिय था. स्व यादव सात साल के सफरनामे में इस क्षेत्र में न केवल संगठन का विस्तार किया था, बल्कि कई घटनाओं को अंजाम दे चुका था. एमसीसी के पूर्व एरिया कमांंडर विशाल जी का प्रोन्नती के बाद कुछ दिनों तक रंजीत सिंह ने इस क्षेत्र में एरिया कमांडर का पदभार संभाला था.जो कुछ ही दिन तक रहा, उसके बाद माओवादी संगठन ने एरिया कमांडर का प्रभार चेतलाल को बनाया था. चेतलाल पर चौपारण, इटखोरी व गया जिला के बाराचट्टी थाना में कई मामले दर्ज है. एक साल से चेतलाल को ढूंढ रहे थे: जानकारों को माने तो एक साल से टीपीसी संगठन चेतलाल को खोज रहा था. इसके लिए संगठन ने कई जाल बिछा रखे थे.आखिरकर चेतलाल टीपीसी के जाल में फंस ही गया. चेतलाल यादव एसपीएम सुप्रीमों गोपाल सिंह के हत्या कांड के अलावा चोरदाहा के पास जीटी रोड पर जलाये गये 10 यात्री बस की घटना में भी शामिल था. उसका मुख्य काम संगठन के सदस्यों के साथ क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यो में लगे संवेदकों से लेवी वसूलना था.