बकसपुरा में जलसा का आयोजन
15हैज28में- जलसा में शामिल उलेमा व अन्य.हजारीबाग. बकसपुरा में हाजी अब्दुल मतिन और हाजी कलन साहब के जानिब से जलसा का आयोजन किया गया. जलसे की शुरुआत हाफिज तनवीर और कारी तौशिफ ने तिलावते कुरानपाक से की. शायरे इसलाम युनूस फरीदी ने नातिया कलाम पढ़ कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. हजरत मौलाना […]
15हैज28में- जलसा में शामिल उलेमा व अन्य.हजारीबाग. बकसपुरा में हाजी अब्दुल मतिन और हाजी कलन साहब के जानिब से जलसा का आयोजन किया गया. जलसे की शुरुआत हाफिज तनवीर और कारी तौशिफ ने तिलावते कुरानपाक से की. शायरे इसलाम युनूस फरीदी ने नातिया कलाम पढ़ कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. हजरत मौलाना अख्तर, मौलाना नसीरूउद्दीन, हजरत मुफ्ती युनूस ने हज की फजीलत, आपसी मोहब्बत, भाईचारगी, रसूल-ए-पाक की जीवनी पर प्रकाश डाला. मौलाना शकीलूर रहमान, मौलाना जाहिद हुसैन ने जब यह शायर पढ़ा अलग बात है कि खामोश खड़े रहते हैं, जो बड़े हैं वो बड़े रहते हैं. लोगों ने इन्हें खूब सराहा. हजरत मौलाना ऐनामुल हक, मौलाना काफिलुर रहमान, मौलाना मसीउद्दीन ने भी तकरीर पेश की. इस मौके पर हाजी अब्दुल मतिन, हाजी नुर मोहम्मद, हाजी कलन, मो मुस्ताक अहमद, ए रूस्तम, मो सरफुद्दीन, मो सनाउल्लाह, मो इम्तियाज, मो मासुक, मो इमरान, मो राजा, मो आजम, मो अजीम के अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे.