आठ वर्ष से देवंती देवी को नहीं मिला है मानदेय
डीसी से न्याय की गुहार07हैज61 में-आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत सहायिका देवंती देवी. 7हैज62 में- देवंती देवी.चरही. चुरचू प्रखंड के इंदिरा पंचायत अंतर्गत बासाडीह आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम में योगदान देने वाली आंगनबाड़ी सहायिका देवंती देवी को 2007 से अप्रैल 2015 तक का मानदेय भुगदान नहीं हुआ है. न ही आंगनबाड़ी केंद्र की उपस्थिति पंजी में उपस्थिति […]
डीसी से न्याय की गुहार07हैज61 में-आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत सहायिका देवंती देवी. 7हैज62 में- देवंती देवी.चरही. चुरचू प्रखंड के इंदिरा पंचायत अंतर्गत बासाडीह आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम में योगदान देने वाली आंगनबाड़ी सहायिका देवंती देवी को 2007 से अप्रैल 2015 तक का मानदेय भुगदान नहीं हुआ है. न ही आंगनबाड़ी केंद्र की उपस्थिति पंजी में उपस्थिति दर्ज करायी जा रही है. देवंती देवी ने डीसी को पत्र लिख कर कहा कि 2004 में सीडीपीओ चुरचू व आमसभा ग्रामीण बासाडीह द्वारा मेरा चयन कर नियुक्ति पत्र दिया गया था. वर्ष 2007 मेंं कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उच्च अधिकारियों से शिकायत कर आंगनबाड़ी सहायिका के कार्य मुक्त करा दिया. देवंती देवी ने आंगनबाड़ी केंद्र में योगदान देते हुए जनवरी में हाई कोर्ट में याचिका दायर की. 17 अप्रैल 2015 को देवंती देवी के पक्ष में उच्च न्यायालय द्वारा न्याय पारित किया गया. जिसका पत्रांक 2727 व दिनांक पांच जुलाई, 2008 को डीसी हजारीबाग द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश आने तक प्रतिक्षा करने को पत्र के माध्यम से कहा गया था. अब उच्च न्यायालय से न्याय पारित किये जाने के बावजूद भी उन्हें न मानदेय भुगतान किया गया है और न ही उपस्थिति पंजीयन में दर्ज करायी जा रही है. मानदेय भुगतान नहीं होने से भुखमरी की स्थिति : आठ वषार्ें से देवंती देवी को मानदेय नहीं मिलने से भुखमरी की स्थिति आ गई है. देवंती देवी को इस बात की चिंता सता रही हंै कि दो बेटी व एक बेटा का पढ़ाई-लिखाई कैसे कराये. देवंती देवी ने कहा कि उच्च न्यायालय से न्याय मिलने के बावजूद भी मुझे न तो मानदेय भुगतान किया गया और न ही उपस्थिति पंजी में उपस्थिति दर्ज करायी जा रही है. उन्होंने उपायुक्त से न्याय की मांग की है.