शाद ने रोजा रख अकीदत का इजहार किया
11 हैज 5 में नन्हा रोजदार शाद उल्लाह अख्तर.हजारीबाग. माहे रमजान विदा होनेवाला है. इसमें बड़े-बुजुर्ग व युवा अकीदत के साथ रोजा रख रहे हैं. बच्चों में भी खासा उत्साह दिखायी पड़ रहा है. लोहसिंघना मुहल्ला के छह वर्षीय शाद उल्लाह अख्तर (पिता सफीक अख्तर,मां रूखसाना तबस्सुम) ने रोजा रख कर अपने अकीदत का इजहार […]
11 हैज 5 में नन्हा रोजदार शाद उल्लाह अख्तर.हजारीबाग. माहे रमजान विदा होनेवाला है. इसमें बड़े-बुजुर्ग व युवा अकीदत के साथ रोजा रख रहे हैं. बच्चों में भी खासा उत्साह दिखायी पड़ रहा है. लोहसिंघना मुहल्ला के छह वर्षीय शाद उल्लाह अख्तर (पिता सफीक अख्तर,मां रूखसाना तबस्सुम) ने रोजा रख कर अपने अकीदत का इजहार किया. वह संजीदगी के साथ रोजा व नमाज की पाबंदी कर रहा है. शाद संत जेवियर्स स्कूल के कक्षा एक का विद्यार्थी है.