गंदगी से महामारी की आशंका

हजारीबाग : झारखंड लोकल बॉडिज इंप्लाइज पिछले 11 दिनों से हड़ताल पर है. पूरा शहर गंदा है. सड़कों पर गंदगी बिछ गयी है. लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. बरसात का पानी नाली से बह कर सड़क पर आ रहा है. बदबू व गंदगी से लोग परेशान हैं. जहां-तहां फेंके कचरे सूअर, कुत्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 8:50 AM
हजारीबाग : झारखंड लोकल बॉडिज इंप्लाइज पिछले 11 दिनों से हड़ताल पर है. पूरा शहर गंदा है. सड़कों पर गंदगी बिछ गयी है. लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. बरसात का पानी नाली से बह कर सड़क पर आ रहा है. बदबू व गंदगी से लोग परेशान हैं. जहां-तहां फेंके कचरे सूअर, कुत्ता व अन्य जानवर बिखेर दे रहे हैं. हालत दिन- प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रही है.
लेकिन आम लोगों की समस्या को लेकर न तो प्रशासन न ही जनता द्वारा चुने गये जनप्रतिनिधि गंभीर हैं. आम लोगों में भी शहर की सफाई को लेकर सिविक्स सेंस कम नजर आ रहा है. लोग घर के कचरे सड़कों पर फेंक दे रहे हैं. जूस बनाने वाले दुकानदार फल के छिलके बोरियों में बंद कर नाली व सड़क में फेंक देते हैं. सार्वजनिक स्थलों पर भी घर का कचरा फेंका जाता है. मटवारी का खेल मैदान कचरा डंपिंग ग्राउंड बन गया है.
हड़ताली कर्मी विधायक से मिलने कार्यालय पहुंचे : नगर परिषद के हड़ताली कर्मी सदर विधायक मनीष जायसवाल से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे. नगर पर्षद कर्मी जुलूस के शक्ल में सुबह 11.30 बजे हजारीबाग कचहरी से निकल कर गुरु गोविंद सिंह मार्ग होते हुए झंडा चौक स्थित विधायक कार्यालय पहुंचे. विधायक की अनुपस्थिति में उनके पीए को नगरपालिका कर्मियों ने मांग पत्र सौंपा.
जुलूस में रामनरेश कुमार, सुधीर राम, नागेंद्र शर्मा, बजरंग राम, रामदुलारे यादव, रविकांत गुप्ता, संजय कुमार, विनय कुमार, बिगन अंसारी, जीवन तिवारी, अहमद, गौरी पांडेय, राजेंद्र राम, अश्विनी, मुकेश सिंह, विजय सिंह, अफजल, खुर्शीद, रोहिनी देवी, चिंता देवी, सोतिया, मालती, चमनी, सोमरी, एहसान, युसूफ, जीतेंद्र वाल्मीकि, विजय राम सहित कई कर्मी शामिल थे. नगरपालिका कर्मियों ने वित्त राज्यमंत्री सह हजारीबाग सांसद को भी पत्र भेजा है.
नगर पर्षद कर्मियों की मांगे : वर्षो से कार्यरत दैनिक मजदूरों व अनुबंध कर्मियों को नियमित किया जाये. छठे वेतन का 70 प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार कोष से भुगतान करे. निकाय कर्मियों को सरकारी कर्मी की तरह चिकित्सा सुविधा बहाल हो. सेवानिवृत्त कर्मियों का वर्षो से बकाया वेतन, पेंशन व सेवानिवृत्ति लाभ राज्य सरकार जल्द करे. पीपीएफ योजना सख्ती से लागू किया जाये.

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