नौकरी छोड़ इंजीनियर बनाने का उठाया बीड़ा
चौपारण : प्रखंड के करमा गांव निवासी अविनाश आर्या ने इंजीनियर की नौकरी छोड़ समाज के गरीब बच्चों को इंजीनियर बनाने का बीड़ा उठाया है़ अविनाश इंजीनियरिंग कर बंगलुरु में एक कंपनी में नौकरी कर रहा था़ अचानक उसके मन में समाजसेवा करने की जज्बा जागा. उसने नौकरी छोड़ सबसे पहले रांची में आर्या एकेडमी […]
चौपारण : प्रखंड के करमा गांव निवासी अविनाश आर्या ने इंजीनियर की नौकरी छोड़ समाज के गरीब बच्चों को इंजीनियर बनाने का बीड़ा उठाया है़ अविनाश इंजीनियरिंग कर बंगलुरु में एक कंपनी में नौकरी कर रहा था़
अचानक उसके मन में समाजसेवा करने की जज्बा जागा. उसने नौकरी छोड़ सबसे पहले रांची में आर्या एकेडमी खोला़ जहां बड़ी संख्या में रियायती लागत पर वैसे गरीब बच्चे जो पैसे के अभाव में आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे.
आज अविनाश के प्रयास से सैकड़ों बच्चे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे है़ं अविनाश के सहयोग में आज कई समाजसेवी संस्थाएं भी है़ जिसके सहयोग से श्री आर्या ने वैसे गरीब के मेधावी बच्चे जो पैसे के अभाव में इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं कर पा रहे है़ं
उनके लिए रांची के लालपुर चौक के पास स्पार्क एकेडमी नामक एक शिक्षण संस्थान खोला गया है़ जहां गरीब बच्चों को नि:शुल्क इंजीनिरिंग की शिक्षा दी जा रही है़