ओके- बडवार बिरहोर टोला एक भी काम नहीं हुआ
ओके- बडवार बिरहोर टोला एक भी काम नहीं हुआ पंचायत वाच13हैज21 में-इरगा पंचायत भवन जाने का रास्ता.13हैज 22 में- खान मुहल्ला की जर्जर सड़क13 हैज24 से 13 हैज30 में- प्रतिक्रिया इरगा पंचायतवासियों की तसवीर. 13हैज20 में- मुखिया अनिता देवी13हैज23 में- दूसरे स्थान पर रही शांति देवीदारू. पांच साल में दारू प्रखंड अंतर्गत इरगा पंचायत का […]
ओके- बडवार बिरहोर टोला एक भी काम नहीं हुआ पंचायत वाच13हैज21 में-इरगा पंचायत भवन जाने का रास्ता.13हैज 22 में- खान मुहल्ला की जर्जर सड़क13 हैज24 से 13 हैज30 में- प्रतिक्रिया इरगा पंचायतवासियों की तसवीर. 13हैज20 में- मुखिया अनिता देवी13हैज23 में- दूसरे स्थान पर रही शांति देवीदारू. पांच साल में दारू प्रखंड अंतर्गत इरगा पंचायत का विकास नहीं हुआ. पंचायत में बडवार, चिरूंआ, इरगा, खरिका गांव आता है. यहां रहनेवाले मतदाताओं ने बताया कि यहां के मुखिया का विकास कोष की राशि पंचायत के खास टोला व खास लोगों तक ही सिमट कर रह गया. बडवार बिरहोर टोला में पांच वर्षों में एक भी विकास का पैसा खर्च नहीं हुआ. पंचायत प्रतिनिधियों से विकास की आस जगी थी, लेकिन उसके अनुरुप इरगा पंचायत का विकास नहीं हुआ. प्रतिनिधि अपने मन मुताबिक जहां चाहा वहां विकास का काम किया. विकास योजनाओं में पंचायत प्रतिनिधि ने पंचायत के लोगों के राय लिये बिना बैठक कर योजनाओं का चयन किया. पंचायतवासियों की प्रतिक्रिया: इरगा गांव के शिवशंकर लाल चौरसिया ने बताया कि पंचायत में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है. इरगा बस्ती से पंचायत भवन जानेवाला रास्ता आज तक नहीं बन पाया. जबकि लोग बरसात में कीचड़ व पगडंडी से आते जाते हैं. इसी रास्ते से स्कूल व पंचायत भवन आना-जाना होता है. इशुन खान ने बताया कि गांव को मुख्य सड़क से जोड़नेवाला रास्ता आज तक नहीं बना है. जबकि मुखिया समेत सभी लोगों का आना जाना इसी रास्ते से होता है. इंदर यादव ने कहा कि किसानों के हित में काम नहीं हुआ. पंचायत भवन के बाद आस जगी थी कि लिफ्ट एरिगेशन का काम होगा. इससे हजारों एकड़ जमीन भूमि पटवन होता. लेकिन पंचायत प्रतिनिधि इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. दिनेश चंद्र चौरसिया ने कहा कि विकास कार्य से संतुष्ट नहीं है. चिरुआ के वरुण प्रसाद, सीताराम प्रसाद ने कहा कि गांव में नाम मात्र का विकास कार्य हुआ है. अतुल इल्लाह खान, रवींद्र ने कहा कि पंचायत के विकास के लिए कोई काम नहीं हुआ. किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचा. खेतों में पटवन की व्यवस्था होती तो आज किसानों के धान नहीं नष्ट होता. नहीं बदली तसवीर: पंचायत चुनाव के बाद भी इरगा पंचायत की तसवीर नहीं बदली. चुनाव के समय यही जनप्रतिनिधि पंचायत को पांच साल में पूर्ण विकास का आश्वासन दिया था. लेकिन आज भी यह पंचायत पहले जैसा था, आज भी वैसा ही है. किसान वर्ग के लिए कुछ भी नहीं हुआ. पंचायतवासियों की रोजमर्रा उपयोग होनेवाला पानी भी शुद्ध नहीं मिल पाया. आज पंचायत के लोग पुरानी कुओं का पानी या फिर वर्षों पहले गाड़े गये चापानल की पानी ही पी रहे हैं. सभी गांव को विकास कार्य से जोड़ा: मुखियाइरगा पंचायत की मुखिया अनिता देवी ने पांच वर्ष में कई विकास के कार्य किये. पंचायत के सभी गांवों को विकास से जोड़ने का काम की. मनरेगा से रोड, कूप निर्माण, मुखिया मद से पीसीसी व चबूतरा, चापानल, तालाब सुंदरीकरण का काम किये. किसानों को केसीसी, वृद्धों को वृद्धापेंशन, सामाजिक सुरक्षा का लाभ, इंदिरा आवास लाभ दिलाया. महिलाओं को अनुदान राशि दिला कर रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया. पांच साल में थोड़ा बहुत काम हुआ: शांति देवी2010 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रही शांति देवी ने कहा कि पंचायत में कोई विकास नहीं हुआ. मैं हारने के बाद भी सामाजिक काम में बराबर लगा रहा. आगे भी जनता के लिए काम करते रहेेंगे. पंचायत प्रोफाइलपंचायत: इरगामतदाता: 4522महिला मतदाता: 2088पुरुष मतदाता: 2434वार्ड संख्या: 14मुखिया पद: एकपंसस: एक