केरेडारी. हजारीबाग-टंडवा मुख्य पथ के केरेडारी फोरलेन के समीप लगा जाम दो दिन बाद गुरुवार को हटा लिया गया. केरेडारी थाना में मृतक प्रमोद रजक (35) के परिजनों को छह लाख नकद मुआवजा के रूप में दिया गया. साथ ही आश्रित को प्रत्येक माह 10 हजार रुपये भरण पोषण के लिए दिया जायेगा. यह रकम पीएनएम, जेआरएल, नकास ट्रांसपोर्ट कंपनी के ट्रांसपोर्टर मोहन गुप्ता, सूरज सिंह एवं परवेज आलम ने दिया है. समझौता के क्रम में मृतक के चचेरे भाई धर्मेंद्र रजक, केरेडारी प्रमुख सुनीता देवी, सीओ रामरतन वर्णवाल, बीडीओ विवेक कुमार, थाना प्रभारी अजीत कुमार, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष रवींद्र गुप्ता, सुरेश साव, राजकिशोर यादव, गुरुदयाल साव समेत अन्य लोग मौजद थे. मालूम हो कि 19 नवंबर की देर शाम केरेडारी थाना क्षेत्र के मसुरिया नदी के पास मां अंबे ट्रांसपोर्ट के हाइवा की चपेट में आने से प्रमोद रजक की मौत हो गयी थी. घटना को लेकर मृतक के आश्रित एवं आमलोगों ने शव के साथ मुआवजे की मांग को लेकर 19 नवंबर की रात से 20 नवंबर तक सड़क जाम रखी. समझौते के बाद गुरुवार को जाम हटा लिया गया. इसके बाद केरेडारी पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग भेज दिया.
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