प्रभु यीशु के प्रेम-सदभाव को बचाना जरूरी

प्रभु यीशु के प्रेम-सदभाव को बचाना जरूरी कैथोलिक समुदाय का तीन दिवसीय अधिवेशन 3 हैज 13 में अधिवेशन का शुभारंभ करते बिशप व अन्य3 हैज 14 में ख्रीस्त समुदाय के लोगहजारीबाग. झारखंड एवं अंडमान के ख्रीस्त समुदाय का तीन दिवसीय अधिवेशन बिशप हाउस में गुरुवार को आरंभ हुआ. इसमें धर्मप्रांत से सैकड़ों की संख्या में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2015 7:41 PM

प्रभु यीशु के प्रेम-सदभाव को बचाना जरूरी कैथोलिक समुदाय का तीन दिवसीय अधिवेशन 3 हैज 13 में अधिवेशन का शुभारंभ करते बिशप व अन्य3 हैज 14 में ख्रीस्त समुदाय के लोगहजारीबाग. झारखंड एवं अंडमान के ख्रीस्त समुदाय का तीन दिवसीय अधिवेशन बिशप हाउस में गुरुवार को आरंभ हुआ. इसमें धर्मप्रांत से सैकड़ों की संख्या में कैथोलिक समुदाय के लोगों ने भाग लिया. अधिवेशन में कैथोलिक ईसाई धर्मावलंबी अपने समुदाय व परिवार के बीच किस प्रकार आपसी प्रेम और सदभाव को बढ़ायें इस पर विचार-विमर्श हुआ. यीशु मसीह के प्रेम और सदभाव के संदेश को एक-दूसरे के बीच आदान-प्रदान किया गया. वक्ताओं ने कहा कि परिवार ही समाज और कलिसिया की नीव है. परिवार में प्रभु यीशु का वचन रहेगा तभी पूरे समाज में उनका प्रभाव बचेगा. अधिवेशन में हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजो, दुमका के बिशप जुलियस मरांडी,बिशप ग्रैब्रियल कुजूर डाल्टेनगंज के अलावे फादर जार्ज चिट्टर्डी, फादर जेम्स किशोर पोलुस,फादर सेबासटियन, क्षेत्रीय निदेशक सिस्टर क्रिसटिन, कॉर्डिनेटर सिस्टर नीलम,हेलना तिग्गा,रोशनी तिग्गा, प्रतिमा खलखो,जोजेफ,फरदीन लकड़ा,अनूप राजेश लकड़ा समेत समुदाय के कई लोग मौजूद थे.

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