लावालौंग: 37 वर्ष बाद मतदाता चुनेंगे अपना प्रतिनिधि
लावालौंग: 37 वर्ष बाद मतदाता चुनेंगे अपना प्रतिनिधि नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के कारण नहीं कर पाते थे वोट2010 के चुनाव में सभी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचितमतदान को लेकर मतदाता उत्साहितगांवों में भोंपू की आवाज तेज हुईलावालौंग. पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में भोंपू की आवाज तेज हो गयी है़ एक प्रत्याशी का वाहन गांव से […]
लावालौंग: 37 वर्ष बाद मतदाता चुनेंगे अपना प्रतिनिधि नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के कारण नहीं कर पाते थे वोट2010 के चुनाव में सभी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचितमतदान को लेकर मतदाता उत्साहितगांवों में भोंपू की आवाज तेज हुईलावालौंग. पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में भोंपू की आवाज तेज हो गयी है़ एक प्रत्याशी का वाहन गांव से निकलता कि दूसरे का वाहन प्रवेश कर रहा है़ प्रचार-प्रसार में सभी अपने-अपने प्रत्याशी को ईमानदार व ग्रामीणों को हितैशी बताकर वोट करने की अपील कर रहे है. एक व्यक्ति को चार वोट देना है़ वार्ड सदस्य, मुखिया, पंसस व जिप सदस्य का. वहीं पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के पक्ष में लोग घर-घर जाकर वोट मांग रहे है. प्रखंड के मतदाता 37 वर्षों के बाद पहली बार पंचायत चुनाव में अपना मताधिकार का प्रयोग करेंगे़ मतदान को लेकर प्रखंड के लोग काफी उत्साहित है. गांव की सरकार को चुनने के लिए लोग खुश नजर आ रहे है. बूढे, युवा व महिला मतदाताओं में चुनाव को लेकर काफी उत्साहित है. वर्ष 1990 से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने के बाद चुनाव बहिष्कार के कारण मतदाता मताधिकार से वंचित रह जाते थे़ नक्सली गांवों में आकर वोट देनेवालों पर कार्रवाई करते थे़ जिससे भयभीत होकर मतदाता अपना मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रह जाते थे़ वर्ष 2010 में पंचायत चुनाव के दौरान सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित होने पर मतदाता वोट नहीं कर पाये थे़ इस बार मतदाताओं को वोट देने का अवसर मिला है़ प्रखंड के सभी 100 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जायेंगे़ निर्भीक व निष्पक्ष मतदान को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नक्सलियों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाया जा रहा है़ उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार व एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने मतदाताओं से निर्भिक होकर पंचायत चुनाव में वोट करने की अपील की है़