पारदर्शिता, जवाबदेही व सहभागिता जरूरी

हजारीबाग : मनरेगा का जिला स्तरीय सामाजिक अंकेक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम नगर भवन में शनिवार को हुआ. उदघाटन उपायुक्त सुनील कुमार ने किया. डीसी ने सामाजिक अंकेक्षण के महत्व एवं उद्देश्य पर जानकारी दी. डीसी ने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण का मूल उद्देश्य योजना में पारदर्शिता, जवाबदेही एवं सहभागिता लाना है. अंकेक्षण की कार्रवाई के तीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2013 4:34 AM

हजारीबाग : मनरेगा का जिला स्तरीय सामाजिक अंकेक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम नगर भवन में शनिवार को हुआ. उदघाटन उपायुक्त सुनील कुमार ने किया. डीसी ने सामाजिक अंकेक्षण के महत्व एवं उद्देश्य पर जानकारी दी. डीसी ने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण का मूल उद्देश्य योजना में पारदर्शिता, जवाबदेही एवं सहभागिता लाना है.

अंकेक्षण की कार्रवाई के तीन प्रमुख अंगों में योजना का मौखिक सत्यापन, भौतिक सत्यापन एवं दस्तावेजों का सत्यापन करना है. जिला स्तरीय प्रशिक्षण के बाद प्रखंडों में प्रशिक्षण का कार्यक्रम होगा.

इसके लिए ग्राम सभा के माध्यम से टीम बनायी जायेगी. जिसमें मनरेगा के मजदूर शामिल रहेंगे. डीसी ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर एटीआर बनेगा. गड़बड़ी पाये जाने पर जनसुनवाई के तहत जिला एवं प्रखंड स्तर पर कार्रवाई की जायेगी. उपविकास आयुक्त रवींद्र प्रसाद सिंह ने सामाजिक अंकेक्षण से पहले की जानेवाली तैयारी के विषय में जानकारी दी.

उन्होंने मनरेगा योजना को जिले में सफल बनाने का आह्वान किया. कहा कि यह योजना सफल होगी, तो श्रमिकों का पलायन गांव से शहर की ओर नहीं होगा. इस योजना के माध्यम से सामाजिक समानता की दिशा में देश को आगे ले जाना है. प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं आइएएस हर्षिका सिंह, सामाजिक अंकेक्षण लोकपाल लक्ष्मीकांत ने भी संबोधित किया. मौके पर सभी मुखिया, प्रमुख, बीडीओ, बीपीओ समेत सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद थे. मंच संचालन मीतू भारती व सोनू प्रसाद मेहता ने किया.

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