ओके…बंजर जमीन पर मर्चि व टमाटर की उम्दा खेती
अोके…बंजर जमीन पर मिर्च व टमाटर की उम्दा खेती 12कोडपी11रामू की हरि मिर्च की खेत.12कोडपी12पौधे में लगी लाल मिर्च.डुमरडीहा के किसान रामू ने किया कमालहेडलाइन…मुस्कान व लाभ दे रहा है मेहनत का फल प्रतिनिधि, जयनगर. परिश्रम करने वालों की सफलता कदम चूमती है. इसे साबित कर दिखाया है डुमरडीहा के किसान रामू यादव व मनोज […]
अोके…बंजर जमीन पर मिर्च व टमाटर की उम्दा खेती 12कोडपी11रामू की हरि मिर्च की खेत.12कोडपी12पौधे में लगी लाल मिर्च.डुमरडीहा के किसान रामू ने किया कमालहेडलाइन…मुस्कान व लाभ दे रहा है मेहनत का फल प्रतिनिधि, जयनगर. परिश्रम करने वालों की सफलता कदम चूमती है. इसे साबित कर दिखाया है डुमरडीहा के किसान रामू यादव व मनोज यादव ने. इन्होंने अपनी एक कट्ठा बंजर जमीन पर अथक परिश्रम से ऐसी खेती की है कि उस जमीन पर लाली और हरियाली दोनों एक साथ आ गयी है. इस जमीन के आसपास की जमीन पर ढंग से घास भी नहीं उगती है. बांझेडीह फोरलेन स्थित जय माता होटल के संचालक रामू यादव पेशे से किसान भी हैं. उन्होंने होटल के बगल में स्थित अपनी एक कट्ठा जमीन पर प्रदान के सहयोग से हरी मिर्च व टमाटर की खेती शुरू की. बगल के कुएं व चापानल से उसकी सिंचाई की और आज उस जमीन पर हरी व लाल मिर्च तथा हरे व लाल टमाटर के कारण लाली और हरियाली एक साथ देखने को मिल रहा है. लाल हरे फलों व पौधे के कारण इसकी खूबसूरती भी देखने लायक है. किसान के लाभ का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब टमाटर और हरी मिर्च फलना शुरू किया था, उस समय बाजार में टमाटर 50 रुपये किलो और हरि मिर्च 40 रुपये की दर से बिक रहा था. वर्तमान में बाजार में टमाटर 20 से 25 रुपये किलो बिक रहा है. जबकि हरी मिर्च भी 20 रुपये किलो की दर से बिक रही है. अच्छी उपज से इन्हें बेहतर आय अर्जित हो रहा है. वहीं होटल संचालन के लिए इन दोनों सब्जियों में से कोई भी सब्जी इन्हें खरीदनी नहीं पड़ती. इनके खेत की लाली और हरियाली देखकर आसपास के किसान भी अब ऐसी ही खेती करने का मन बना रहे हैं.