मुआवजा में भेदभाव के खिलाफ रैयतों में रोष

बरही़ : जीटी रोड सिक्स लेन परियोजना से प्रभावित करियातपुर के ग्रामीणों में जिला भू-अर्जन विभाग व एनएचएआइ के अधिकारियों के विरुद्ध काफी रोष है. सोमवार को अधिकारियों व कर्मचारियों को ग्रामीणों के रोष का सामना करना पड़ा. विभागीय लोग करियातपुर जमीन का जायजा लेने पहुंचे थ़े ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा कि उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2016 1:49 AM

बरही़ : जीटी रोड सिक्स लेन परियोजना से प्रभावित करियातपुर के ग्रामीणों में जिला भू-अर्जन विभाग व एनएचएआइ के अधिकारियों के विरुद्ध काफी रोष है. सोमवार को अधिकारियों व कर्मचारियों को ग्रामीणों के रोष का सामना करना पड़ा. विभागीय लोग करियातपुर जमीन का जायजा लेने पहुंचे थ़े

ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा कि उन्हें समुचित मुआवजा नहीं मिलेगा तो वे आंदोलन करने पर बाध्य होंगे़ सिक्स लेन रोड का निर्माण नहीं होने देंगे़ ग्रामीणों ने मांग किया कि भूमि का मुआवजा पांच लाख रुपये डिसमिल के दर से निर्धारित किया जाये़ मुआवजा निर्धारण में भेदभाव व रिश्वतखोरी बंद की जाये़

मुआवजा निर्धारण के लिए रिश्वत मांगने का आरोप : प्रभावित रैयत राहुल कुमार व सुनील कुमार केसरी ने बताया कि मुआवजा के निर्धारण में भेदभाव बरता गया है. जीटी रोड सिक्स लेन योजना में करियातपुर के 320 रैयतों की जमीन जा रही है. 56 लोगों को पांच लाख रुपये प्रति डिसमिल की दर से मुआवजा दिया जा रहा है़ जबकि शेष प्रभावित रैयतों को 19 हजार से लेकर 44 हजार रुपये प्रति डिसमिल मुआवजा निर्धारित किया गया है़ जबकि ली जा रही भूमि समान है़

भू अजर्न विभाग के लोग उचित मुआवजा निर्धारित करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे है़ रिश्वत नहीं दिये जाने पर मुआवजा निर्धारण में मनमानी की जा रही है़ जब तक उचित मुआवजा नहीं दिया जायेगा तब तक प्रभावित ग्रामीण जमीन पर कोई काम होने नहीं देंगे़

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